उद्धव ठाकरे गुट को फिर एक बड़ा झटका; शिवसेना ने गजानन कीर्तिकर को बनाया संसदीय दल का नेता, संजय राउत को हटाया
उद्धव ठाकरे गुट को फिर एक बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने संसदीय दल के नेता संजय राउत को बर्खास्त कर दिया है और लोकसभा सांसद गजानन कीर्तिकर को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया है। राज्यसभा में शिवसेना के तीन सदस्य हैं- संजय राउत, अनिल देसाई और प्रियंका चतुर्वेदी, जो ठाकरे के प्रति अपनी निष्ठा रखते हैं।
शिवसेना के प्रमुख नेता शिंदे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में कहा कि कीर्तिकर को शिवसेना संसदीय दल का नेता नियुक्त किया गया है। शिवसेना नेताओं ने गुरुवार को संसद भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित संसदीय दल कार्यालय में कीर्तिकर का अभिनंदन किया। लोकसभा में शिवसेना के 18 सदस्यों में से चार की निष्ठा उद्धव ठाकरे के साथ है, जिन्होंने शिंदे के हाथों पार्टी का नियंत्रण खो दिया था।
पिछले महीने केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा दिए गए फैसले के मुताबिक शिवसेना का नाम और निशान एकनाथ शिंदे गुट को मिल गया। इसके बाद सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें यह फैसला किया गया। कीर्तिकर 2019 में उत्तर पूर्व मुंबई से कांग्रेस के संजय निरुपम को हराकर सांसद बने। इससे पहले वे 2014 में भी उत्तर-पश्चिम मुंबई से लोकसभा सांसद रहे। वे चार बार विधायक भी रह चुके हैं।
शिंदे ने पिछले साल ठाकरे पर पार्टी के मूल आदर्शों के साथ समझौता करने और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कट्टर प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए शिवसेना को विभाजित कर दिया था। पिछले महीने, चुनाव आयोग ने शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी और उसे नाम और चुनाव चिन्ह आवंटित किया।