‘बुरे काम का बुरा नतीजा’, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद धनशोधन के एक मामले में बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के आरोपों को लेकर सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता प्रतुल शाह ने एक बार फिर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूल गए थे कि कानून सबसे ऊपर होता है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा नेता प्रतुलशाह देव ने कहा, "बुरे काम का बुरा नतीजा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ यह तो होना ही था... मुख्यमंत्री भूल गए थे कि कानून सबसे ऊपर होता है। वे 40 घंटे तक गायब रहे, उसके बाद झारखंड आए पूछताछ हुई और गिरफ्तारी हो गई। काश उन्होंने ईमानदारी और कानून, संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा की जो शपथ ली थी उसका पालन किया होता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता।"
<blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560"><p lang="hi" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> रांची: भाजपा नेता प्रतुलशाह देव ने कहा, "बुरे काम का बुरा नतीजा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ यह तो होना ही था... मुख्यमंत्री भूल गए थे कि कानून सबसे ऊपर होता है। वे 40 घंटे तक गायब रहे, उसके बाद झारखंड आए पूछताछ हुई और गिरफ्तारी हो गई। काश उन्होंने ईमानदारी और कानून,… <a href="https://t.co/hi9lhbmcAg">pic.twitter.com/hi9lhbmcAg</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1752888220231385563?ref_src=twsrc%5Etfw">February 1, 2024</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
इससे पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लापता होने पर प्रदेश बीजेपी के नेता ने जेएमएम पर हमला बोला था। झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने तंजिया लहजे में कहा था, "झारखंड में जो हुआ वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा बिकने वाले उपन्यास की सीधी कहानी की तरह लग रहा है। एक राज्य का मुख्यमंत्री अपनी पूरी सुरक्षा छोड़कर 40 घंटे के लिए लापता हो जाता है। पूरा सरकार महकमा अनजान बना रहा है, यह चौंकाने वाली बात है।
बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाह ने कहा था, "यह अभूतपूर्व घटना है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी भी राज्य सरकार का मुखिया 40 घंटे के लिए बिना किसी जानकारी के गायब नहीं हुआ। प्रदेश की 3.5 करोड़ लोगों को उनकी दया पर छोड़कर सीएम के गायब होने का यह पहला मामला है। हालांकि, 40 घंटे के बाद मुख्यमंत्री फिर से सामने आये और कहा कि सब ठीक है।"
उन्होंने यह भी कहा, "नहीं मुख्यमंत्री, साहब सबकुछ ठीक नहीं है। आप राज्य के मुखिया के साथ सरकार के भी मुखिया हैं। आपने जो शपथ ली है उसका पालन करना आपका कर्तव्य है। ऐसा लगता है कि आप बिना किसी निशान के गायब हो गए हैं। आप 40 घंटे तक कहां थे? बड़ा सवाल यह है कि आप झारखंड के लोगों को उनके भाग्य पर कैसे छोड़ सकते हैं? आप एक सीएम की तरह व्यवहार नहीं कर रहे थे। आप भागे हुए भगोड़े की तरह व्यवहार कर रहे थे, यह बहुत दुखद है।"
बता दें कि हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर, 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। ईडी ने गिरफ्तारी से पहले करीब सात घंटे तक उनसे पूछताछ की। अरेस्ट किए जाने के बाद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी दफ्तर ले जाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की गई है। वहीं, सोरेन के पद छोड़ने के बाद राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।