झारखंड में इंडिया गठबंधन की प्रचंड जीत, कल्पना-चंपई से लेकर सुदेश महतो तक, जानें कौन बड़ा चेहरा जीता और कौन हारा
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नीत गठबंधन ने झारखंड में विधानसभा चुनाव में 56 सीट के साथ शानदार जीत दर्ज करते हुए सत्ता अपने पास बरकरार रखने में कामयाब रही। जेएमएम नीत गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट जीतीं जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को महज 24 सीट से संतोष करना पड़ा।
बता दें कि झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीट की जरूरत होती है। बीजेपी ने 21 सीट जीतीं और राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। जेएमएम ने 43 सीट पर चुनाव लड़ा और 34 सीट जीतीं, जो पार्टी द्वारा जीती गई अब तक की सबसे अधिक सीट संख्या है। कांग्रेस को 16 सीट, आरजेडी को चार और भाकपा (माले) को दो सीट पर जीत मिली।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सह-प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में पार्टी की हार उनके लिए बहुत दुखद है। सरमा ने कहा कि झारखंड में हार मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत दुखद है, भले ही हमने असम में उपचुनावों में सभी पांच सीट जीत ली हो।
आरजेडी ने भी आश्चर्यजनक प्रदर्शन करते हुए छह सीट में से चार पर जीत हासिल की। वहीं, भाकपा (माले) ने चार में से दो सीट हासिल की। एलजेपी (रामविलास) ने अपनी एकमात्र सीट जीती और जेडीयू ने दो सीट में से एक पर जीत हासिल की। ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी को मांडू में केवल 231 वोटों के मामूली अंतर से एक सीट मिली। वहीं, हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय से 17,142 वोटों के अंतर से बीजेपी की मुनिया देवी को हराया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने धनवार सीट पर 35,438 वोटों से जीत हासिल की और पूर्व मुख्यंत्री चंपई सोरेन ने सरायकेला में 20,447 वोटों से जीत हासिल की।
जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवार
हेमंत सोरेन- झारखंड के मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में बरहेट सीट पर अपनी जीत का अंतर बढ़ाया। सोरेन ने इस बार बीजेपी के उम्मीदवार गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हरा दिया।
कल्पना सोरेन- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की उम्मीदवार कल्पना सोरेन ने गांडेय सीट पर बीजेपी की मुनिया देवी को 17,142 मतों से हराया।
चंपई सोरेन- हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य की कमान संभालने वाले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरायकेला सीट पर बीजेपी के टिकट पर 20,447 वोट के अंतर से जीत दर्ज की। यह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित एकमात्र सीट है, जिस पर बीजेपी ने इस विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की।
निसात आलम- झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निसात आलम ने पाकुड़ सीट पर सर्वाधिक 86,029 मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
हारने वाले प्रमुख उम्मीदवार
सुदेश महतो- आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने सिल्ली सीट पर जेएमएम के उम्मीदवार अमित कुमार से 23,867 वोट से हार गए। उनकी पार्टी ने 10 सीट पर चुनाव लड़ा और केवल एक सीट जीत पाई, वह भी 231 वोट के मामूली अंतर से।
अमर बाउरी- बोकारो जिले की चंदनकियारी सीट पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी तीसरे स्थान पर रहे। झामुमो के उम्मीदवार उमाकांत रजक ने जेएलकेएम के अर्जुन रजवार को हराकर 33,733 वोट के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की।
बन्ना गुप्ता- कांग्रेस नेता और निवर्तमान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम सीट पर वरिष्ठ नेता सरयू राय से 7,863 मतों से हार गए। राय ने यह चुनाव जेडीयू के टिकट पर लड़ा था।
बिरंची नारायण- पिछली विधानसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे बिरंची नारायण बोकारो सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार श्वेता सिंह से 7,207 मतों से हार गए। वह दो बार विधायक रहे और इस चुनाव में उन्होंने विकास के मुद्दे पर प्रचार किया।