शरद पवार से मिले नीतीश कुमार, बोले- विपक्ष का एकजुट होना जरूरी
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने के उद्देश्य से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समय दिल्ली दौरे पर हैं। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राजधानी दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब 40 मिनट तक चली।
मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो देश के विकास के लिए अच्छा रहेगा, हमारा एकजुट होना बहुत जरूरी है। हमारा निजी कुछ नहीं है, हमारा एक ही मकसद है कि सभी एकजुट हो जाएं तो देश के लिए बहुत अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों से बात की तो बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला। देश को कब्जा करने की कोशिश हो रही है। ये लोग (बीजेपी) प्रचार में लगे हुए हैं।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इनकी(भाजपा) बस पूरे देश पर कब्जा करने की योजना चल रही है, इसलिए एकजुट होना जरूरी है...आपस में बात कर नेता भी चुन लिया जाएगा, मतलब मुझे नहीं बनना है। जिसे नेता बनना होगा उसे चुन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम लोगों की एक राय है कि अधिक से अधिक दल एक साथ होकर राज्यों और देश के विकास के लिए काम करेंगे। मैंने यह भी कह दिया है कि सब एकसाथ होकर लड़ेंगे तो देश का विकास होगा क्योंकि ये लोग(भाजपा) तो कुछ काम कर नहीं रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि जब मैडम (सोनिया गांधी) विदेश से आ जाएंगी तो उनसे मुलाकात करने के लिए स्पेशल तौर पर दिल्ली आएंगे।
बता दें कि बिहार सीएम नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली के चार दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं और यहां पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। इस बातचीत की मुख्य वजह आगामी लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष को एकजुट करना है, जिससे 2024 में बीजेपी के विजय रथ को रोका जा सके। शरद पवार से मिलने से पहले बुधवार को नीतीश कुमार ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से मुलाकात की थी।
वहीं, बिहार सीएम ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। इसके बाद मंगलवार को उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। केजरीवाल से पहले कुमार ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी.राजा से भी उनके पार्टी कार्यालयों में मुलाकात की थी।