हरियाणा में भाजपा ‘‘नेतृत्व के दिवालियेपन’ का शिकार, कांग्रेस को मिलेगा भारी जनादेश: सुरजेवाला
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा में पूरी तरह से ‘‘नेतृत्व के दिवालियेपन’’ का शिकार है और मुख्य विपक्षी दल को फिर से वर्ष 2005 की तरह बड़ा जनादेश हासिल मिलेगा जब उसे 90 सदस्यीय विधानसभा में 67 सीटें मिली थीं।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि इस बार चुनाव में मुद्दे भी पीछे छूट गए हैं क्योंकि लोग लोग भाजपा को हटाना चाहते हैं।
सुरजेवाला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा) किसी भी नेता को आगे नहीं बढ़ने दिया और यह उनकी एक अखिल भारतीय समस्या है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे भाजपा के स्थापित नेतृत्व की हत्या कर रहे हैं। उन्होंने राजस्थान में जो किया है, वह लोकसभा परिणामों में परिलक्षित हुआ कि लोग नौसिखियों को स्वीकार नहीं करते।’’
राज्य में अपनी पार्टी की संभावनाओं को लेकर सुरजेवाला ने कहा ‘‘कांग्रेस इस चुनाव में जीत हासिल करने की राह पर है… हम अपने 2005 के प्रदर्शन को दोहराने जा रहे हैं या उससे भी बेहतर करने जा हैं।’’
कांग्रेस हरियाणा की 90 विधानसभा सीट में से 89 सीट पर चुनाव लड़ रही है और भिवानी को माकपा के लिए छोड़ दिया गया है। यह पूछे जाने पर कि चुनावों में इंडियन नेशनल लोक दल-बहुजन समाज पार्टी तथा जननायक जनता पार्टी-आजाद समाज पार्टी के गठबंधनों का क्या प्रभाव पड़ेगा, सुरजेवाला ने कहा, ‘‘लोग निर्णय कर चुके हैं, उन्होंने कांग्रेस को लाने का मन बना लिया है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि अन्य चीजें बहुत अधिक मायने रखती हैं।’’
उनका कहना था, ‘‘पहली बार मैं देख रहा हूं कि मुद्दे भी गौण होते जा रहे हैं। लोग सिर्फ भाजपा को हटाना चाहते हैं।’ भाजपा पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य में उसकी सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है।
सुरजेवाला के पुत्र आदित्य सुरजेवाला भी कैथल से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व फिलहाल भाजपा के लीला राम (63) कर रहे हैं, जो फिर से निर्वाचित होने के लिए प्रयासरत हैं।
कांग्रेस के दिवंगत शमशेर सिंह सुरजेवाला के पौत्र आदित्य सुरजेवाला कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक हैं और परिवार में तीसरी पीढ़ी के नेता हैं।
आदित्य सुरजेवाला का कहना है कि उन्हें कैथल के लोगों से बहुत प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है, जो उनके लिए परिवार की तरह हैं। उन्होंने कहा कि लोग वर्तमान सरकार से तंग आ चुके हैं और चुनाव में उसे सत्ता से बाहर करना चाहते हैं।
आदित्य के अनुसार, उन्हें यह भी लगता है कि पिछले कुछ वर्षों से कैथल में विकास ठहर गया है और लोगों को अभी भी वो काम याद हैं जो उनके पिता और दादा के समय में किए गए थे। उनका कहना है कि वह अपने दादा और पिता के अलावा राहुल गांधी के नेतृत्व से प्रेरित हैं।