बिहार: शराबबंदी के बावजूद मौतों को लेकर विधानसभा में भाजपा का हंगामा, सदन में सीएम नीतीश ने खोया आपा
बिहार विधानसभा में बुधवार को भारी हंगामा देखने को मिला। छपरा में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत का मुद्दा विपक्ष ने सदन में उठाया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से से लाल हो गए। भाजपा ने सारण जिले में जहरीली शराब से हुई कई मौतों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला। भाजपा ने कहा कि जब बिहार में शराब बंद है तो ये आ कहां से रही है। जहरीली शराब से आए दिन लोग अपनी जान गवां रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन होगा? इन सवालों के चलते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य विधानसभा में अपना आपा खो दिया। यहां तक कि उन्होंने प्रशांत किशोर और भाजपा विधायकों को 'तू', 'तुम' कह दिया।
वहीं, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सांसद सुशील कुमार मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार का कार्यकाल खत्म हो गया है। वह अपनी याददाश्त खो चुके हैं। वह प्रशांत किशोर और भाजपा विधायकों को 'तू', 'तुम' कहते हैं। यह पहले भी हुआ था। वह अब बहुत बार अपना आपा खो देते हैं। लेकिन उनका स्वभाव ऐसा नहीं था।
विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराब बंदी पर सवाल उठाया, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य विधानसभा में अपना आपा खो बैठे। विजय सिन्हा का आरोप है कि इस दौरान उनका माइक बंद कर दिया गया।
यहां देखें वीडियो-
#WATCH बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य विधानसभा में अपना आपा खो बैठे क्योंकि विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराब बंदी पर सवाल उठाया। pic.twitter.com/JgI3XBQHMG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2022
दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने 'गठबंधन' और बिहार के भविष्य के रोडमैप की बात करते हुए तेजस्वी यादव को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया। तो वहीं सुशील ने कहा, ''पिछले तीन उपचुनावों में बीजेपी को अच्छा खासा वोट मिला है, अगर नीतीश कुमार तेजस्वी को कमान सौंपते हैं तो बीजेपी को फायदा होगा।''
बता दें कि सारण के छपरा जिले में आज जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस ने अभी तक मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इस घटना ने पहले ही प्रशासन और बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है।