भाजपा की बंपर जीत को ममता ने बताया 'वोटों की लूट', बोलीं- अखिलेश यादव हारे नहीं, हराया गया है
उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों का परिणाम आ चुका है और यूपी समेत चार राज्यों में भाजपा ने सत्ता रिपीट की है। मतगणना से पहले जहां अखिलेश ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे थे तो अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि चार राज्यों में भाजपा की जीत के पीछे विशाल जनादेश नहीं मशीनरी जनादेश रही।
भाजपा की इस धमाकेदार जीत पर रिएक्शन देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे वोटों की लूट करार दिया है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी चुनावी फैसले पर कहा है कि बीजेपी को लोकलुभावन जनादेश नहीं मिला है, वोटों की लूट हुई है।
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो हम सब मिलकर (2024 का आम चुनाव) लड़ सकते हैं। अभी के लिए आक्रामक न हों, सकारात्मक रहें। यह जीत (4 राज्यों में विधानसभा चुनाव) भाजपा के लिए एक बड़ी क्षति होगी। ममता बनर्जी ने कहा कि 2022 के चुनाव परिणाम 2024 चुनावों के भाग्य का फैसला करेंगे यह कहना अव्यावहारिक है।
ममता बनर्जी ने कहा कि ईवीएम की लूट और कदाचार हुआ है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को निराश नहीं होना चाहिए और उन्हीं ईवीएम मशीनों की फॉरेंसिक जांच करानी चाहिए। अखिलेश यादव का वोट प्रतिशत इस बार 20% से बढ़कर 37% हुआ है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो हम सब मिलकर 2024 का आम चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस अभी के लिए आक्रामक न हों, सकारात्मक रहें, लेकिन कांग्रेस की विश्वासनीयता समाप्त हो रहा है। वैसे कांग्रेस पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है, यदि कांग्रेस चाहे तो वह पीछे हट सकती है, लेकिन विपक्ष की सभी पार्टियों को एकजुट होना होगा। सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश करने के बाद संवाददाताओं के सवाल के जवाब में ये बातें कहीं।
बता दें कि पांच राज्यों के चुनाव से पहले बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भाजपा को 2024 के आम चुनाव में हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को एक साथ आने का आह्वान किया था। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मुंबई में सिविल सोसायटी के सदस्यों से बात करते हुए कहा था कि यदि सभी क्षेत्रीय दल एक साथ आते हैं तो फिर बीजेपी को हराना आसान होगा। इस तरह उन्होंने साफ संकेत दिया था कि आने वाले दिनों में उनका कुछ और क्षेत्रीय दलों को जोड़ने का इरादा होगा।
इस कड़ी में ममता बनर्जी ने लगातार देशभर में दौरा भी किया और गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों से मुलाकात कर एक अलग ही मोर्चा बनाने की तैयारी में जुटी थीं। बंगाल की मुख्यमंत्री अपने दो दिवसीय मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के अलावा अन्य नेताओं से मुलाकात भी की थी। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे तथा शिवसेना के प्रमुख नेता व सांसद संजय राउत के साथ बैठक की थी।