अयोध्या में अवैध कब्जे की लिस्ट को ब्रजेश पाठक ने बताया फर्जी, बोले- बदनाम करने की है साजिश
अयोध्या जमीन और प्लॉट्स को लेकर फैलाई जा रही भ्रांति पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पर हमला बोला है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ये बीजेपी के नेताओं को बदनाम करने की साजिश है। विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा है जब से अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बन रहा है तब से कांग्रेस के मन में बहुत पीड़ा है। दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया था की भाजपा भगवान राम के नाम पर लूट मचा रही है, आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है।
दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी वाले राम के नाम पर चंदा चोरी कर रहे है। उन्होंने ये भी कहा की दलितों के जमीनों पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। बीजेपी विधायक जमीनों का घोटाला कर रहें है। ये सभी काम बीजेपी विधायक, पूर्व सांसद और अयोध्या के महापौर के मिलीभगत से किया जा रहा है। बीते दिनों अयोध्या विकास प्राधिकरण ने 40 लोगों की एक सूची जारी की, इस सूची में जिन लोगों का नाम है उन पर यह आरोप है कि ये लोग जमीन घोटाले में संलिप्त है। इस सूची में बीजेपी विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय,पूर्व विधायक गोरखनाथ का नाम भी शामिल है।
डिप्टी सीएम ने कहा, "अयोध्या विकास प्राधिकरण की जो सूची आई है वो पूरी तरह फर्जी है। मामले में जांच चल रही है, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने की साजिश है।" उन्होंने कहा, "विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है, जब से प्रभु राम का भव्य मंदिर वहां बन रहा है, तब से उनके मन में बहुत पीड़ा है। वे विद्वेष की भावना से काम कर रहे हैं।"
इससे पहले अयोध्या के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अधिकारियों और भू-माफियाओं के बीच बड़े गठजोड़ की बात कही थी। इसके लिए एसआईटी बनाकर जांच करने की मांग की थी जबकि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर सराकार पर निशाना साधा था। सपा प्रमुख ने मंगलवार को एक पेपर कटींग शेयर कर कहा, "हमने पहले भी कहा है फिर दोहरा रहे हैं। बीजेपी के भ्रष्टाचारी कम-से-कम अयोध्या को तो छोड़ दें।" वहीं उन्होंने सात अगस्त को भी एक पेपर कटींग शेयर कर यही बात लिखी थी।