पिता मुलायम को हरा अखिलेश ने जीता साइकिल निशान
सोमवार की शाम में चुनाव आयोग द्वारा यह फैसला देते ही अखिलेश खेमे में उत्साह की लहर दौड़ गई जबकि खुद अखिलेश अपने पिता मुलायम से मिलने पहुंच गए। हालांकि इस मुलाकात में क्या बातें हुई हैं इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। चार दिन पहले दोनों पक्षों ने पार्टी पर कब्जे के लिए चुनाव आयोग के सामने अपने दावे पेश किए थे और आयोग ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था।
फैसला आने के बाद अखिलेश खेमे के सबसे बड़े नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि यह न्यायोचित फैसला है और इसके लिए वह चुनाव आयोग को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक-दो दिन में अब पार्टी के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। हालांकि उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर पत्ते नहीं खोले जिससे कांग्रेस के खेमे में संशय का माहौल बना हुआ है।
इससे पहले दिन में मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में अखिलेश यादव पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। यहां तक कि उन्होंने यह भी कह डाला कि अखिलेश मुस्लिम विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश उनके बुलावे पर भी नहीं आते। पिछली बार अखिलेश को बीबी बच्चों की कसम देकर बुलाया गया तो वह सिर्फ दो मिनट के लिए और उनकी कोई बात नहीं सुनी। हालांकि अब इस फैसले के बाद मुलायम खेमा क्या कदम उठाएगा यह देखने वाली बात होगी।