सीएम नीतीश को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का डर!, इशारों में कही ये बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यालय में जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान एक तरफ उन्होंने इशारो-ही-इशारो में बड़ी बातें कह दी वहीं, दूसरी तरफ नीतीश ने कहा कि नई तकनीक का सदुपयोग करना चाहिए, इसका दुरुपयोग न हो। दरअसल, सीएम नीतीश को इस बात का भी डर है कि उन्हें अपने कार्यकाल के बीच में ही हटाया जा सकता है। इस बात का इशारा उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर किया।
नीतीश ने कहा की कर्पूरी ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते हुए सबके लिए काम किया तो उन्हें दो वर्ष बाद ही हटा दिया गया, वह भी सबके लिए काम करते रहे हैं लेकिन कभी-कभी सबके हित में काम करने से कुछ लोग नाराज हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ सत्ता का सुख लेना चाहते हैं। उनके लिए सत्ता का मतलब है लोगों की सेवा करना। लोगों की सेवा करना ही उनका धर्म है। वह लोगों के लिए लगातार काम करते रहते हैं। उन्होंने किसी की भी उपेक्षा नहीं की है। बिहार आगे बढ़ रहा है और निरंतर आगे बढ़ेगा। इसे गौर से देखने और समझने की जरूरत है। गांव से लेकर गली तक आवागमन सुलभ हुआ है। घर-घर तक बिजली पहुंच गई है। सभी क्षेत्रों में योजनाबद्ध ढंग से काम किया जा रहा है।
नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। राज्य में व्यापार बढ़ा है। लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है। सभी सरकारी विद्यालयों और सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा बताए गए सात सामाजिक पापों को अंकित करवा दिया गया है ताकि लोग उससे प्रभावित हो सकें और उसे अपने जीवन में उतार सकें। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों को मेरी आलोचना करने में प्रचार मिलता है, उन्हें प्रचार मिलता रहे, मेरी शुभकामनाएं हैं। समाज में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव के साथ सभी लोग एकजुट होकर रहें तो बिहार और तेजी से आगे बढ़ेगा।”