उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर बोली महिला कांग्रेस- 'हमारा सिस्टम एक और बेटी को बचाने में नाकाम रहा'
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में आग के हवाले की गई रेप पीड़िता की देर रात सफदरजंग अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार रात लड़की को कार्डियक अटैक हुआ जिससे उसकी मौत हो गई। दुष्कर्मियों द्वारा पीड़िता को जलाने की कोशिश के कारण वह 95 प्रतिशत तक झुलस गई थी और चिकित्सकों ने उसके जीवित रहने की संभावना कम बताई थी। पीड़िता की मौत के बाद से प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। कांग्रेस ने सिस्टम की वजह से एक और बेटी नकारेपन का शिकार हो गई।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता के पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया जाएगा। कहा जा रहा है पीड़िता के शव को एयरलिफ्ट कर उन्नाव लाया जाएगा। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा सफदरजंग पहुंचीं हैं।
‘एक और बेटी सिस्टम के नकारेपन का शिकार हुई’
ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने शनिवार को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा, उन्नाव मामले में यूपी सरकार सोती रही जिसकी वजह से एक और बेटी सिस्टम के नकारेपन का शिकार हुई। उन्नाव की बहादुर बेटी बहादुरी से लड़ी, भगवान उसकी आत्मा को शांति दे।
‘मुकदमे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कड़ी सजा दिलाएंगे’
उन्नाव पीड़िता की मौत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। सीएम योगी ने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। बालिका की मौत अत्यंत दुखद है। उन्होंने पीड़िता के परिवार के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सभी अपराधी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुकदमे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कड़ी सजा दिलाएंगे’।
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करें- मायावती
उन्नाव की बेटी की मौत पर मायावती का बयान आया है। मायावती ने ट्वीट कर यूपी सरकार से उन्नाव की बेटी को इंसाफ दिलाने की मांग की है। मायावती ने कहा है, ‘जिस उन्नाव रेप पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी कल रात दिल्ली में हुई दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक। इस दुःख की घड़ी में बीएसपी पीड़ित परिवार के साथ है। यूपी सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाजा व जनता की मांग है।’
'लोगों में कानून का खौफ पैदा करे राज्य सरकार'
मायावती ने कहा है, ‘इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करे तथा केन्द्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुये दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए।’
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अपने दो दिवसीय लखनऊ दौरे के पहले दिन यानी शुक्रवार को सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कानून व्यवस्था की। महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था करे सरकार, उन्नाव में पिछले 11 महीनों में 90 बलात्कार हो चुके हैं, सरकार आरोपियों को बचाने में लगी रही, जब तक पीड़िता का पूरा परिवार तहस-नहस नहीं हो गया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में एक सेल बनाएं, जो महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों का खुद मुख्यमंत्री 24 घंटे के अंदर संज्ञान लें। 24 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री एफआईआर के साथ कार्रवाई के लिए आदेश दें।
‘आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा पीड़िता का परिवार’
पीड़िता के बाद अब परिवार आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा है। पीड़िता के पिता ने कहा, 'आरोपियों का हैदराबाद की तरह एनकाउंटर हो। इन्हें दौड़ा कर गोली मारी जाए या फिर फांसी पर लटका दिया जाए। हमें जान के बदले जान चाहिए। पीड़िता के पिता ने कहा कि मुझे प्रशासन ने बेटी की मौत की खबर नहीं दी। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने हमें भी जान से मारने की धमकी दी है।'
आरोपियों को एक महीने के अंदर फांसी पर लटकाए केंद्र और राज्य सरकार
इससे पहले पीड़िता की मौत के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार बलात्कारियों को एक महीने के अंदर पर फांसी पर लटकाए।
रात 11 बजकर 40 मिनट पर हुई पीड़िता की मौत
सफदरजंग अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डॉ शलभ कुमार ने बताया कि हमारी कोशिशों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका। शाम को उसकी हालत खराब होने लगी और रात करीब 11.10 बजे कार्डिएक अरेस्ट आया। उन्होंने कहा कि हमने इलाज शुरू किया और बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन 11.40 बजे उसकी मौत हो गई। पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
बता दें कि पीड़िता को पहले इलाज के लिए लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उसे गुरुवार शाम को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया।
ये है पूरा मामला
20 साल की पीड़िता पूर्व से रेप पीड़ित थी. उसने थाने में शिकायत दर्ज करायी थी कि शिवम त्रिवेदी नामक शख्स ने उसे प्रेमजाल में फंसाया था और रायबरेली ले जाकर उससे रेप किया था। लड़की ने आरोप लगाया कि त्रिवेदी ने मोबाइल पर उसका वीडियो बना लिया था। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लगातार रेप करता रहा। युवती ने शिकातय में कहा था कि शिवम ने कई शहरों में ले जाकर उसके साथ रेप किया और जब पीड़िता ने उस पर शादी के लिए दबाव बनाया तो वह नहीं माना।
पीड़िता रायबरेली में अपनी बुआ के यहां रहती थी और जब वह गुरुवार सुबह चार बजे ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी तभी मौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर, शुभम, शिवम एवं उमेश ने उसे घेर लिया और डंडे व चाकू से हमला कर दिया। इससे वह चक्कर खाकर जमीन पर गिर पड़ी और उसके बाद आरोपियों ने उसे पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। इसके बाद वह लड़की जान बचाने के लिए कुछ सौ मीटर तक भागी भी। पीड़िता ने अपने भाई से कहा था कि वह मरना नहीं चाहती है और बच जाएगी। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं. अब लड़की के पिता ने मांग की है कि आरोपियों को हैदराबाद मामले की तरह गोली मारी जाए।
सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। इसमें एक और अन्य आरोपी ने लड़की के साथ रेप किया था और वह हाल में जेल से बाहर आया था।