उन्नाव में रेप पीड़िता को जलाने की खबर पर भड़की कांग्रेस, कहा- फर्जी प्रचार से बाहर निकले BJP
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार की सुबह 6 युवकों ने गांव के बाहर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। इस घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को इलाज के लिए लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य की इस दर्दनाक घटना को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की कानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर बोला हमला
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'कल देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की कानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए।'
‘उत्तर प्रदेश के नेता अपनी पीठ थपथपा रहें हैं’
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उन्नाव की घटना के बाद उत्तर प्रदेश जंगलराज बन गया है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद भी उत्तर प्रदेश के नेता अपनी पीठ थपथपा रहें हैं, जो अपराधी जेल में थे वह छूट कर आये और बेटी को जलाने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश में कोई भी सुरक्षितनही है। कांग्रेस पार्टी मजबूती से महिलाओं के साथ खड़ी है। सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी। मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, क्या यही उनकी उपलब्धियों का पिटारा है? मैनपुरी की घटना ने भी उत्तर प्रदेश सरकार की कलाई खोली है। प्रियंका गांधी जी के ट्वीट और पत्र के बाद ये सरकार जागी। उन्नाव हमारा प्रतिनिधि मंडल जाएगा और हम पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने को सड़क से सदन तक लड़ेंगे।
अखिलेश ने प्रदेश की भाजपा सरकार का मांगा सामूहिक रूप से इस्तीफा
इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक रूप से इस्तीफा मांगा है साथ ही न्यायालय से गुहार लगाई है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए उपचार और सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश है।
मामले पर सख्त राष्ट्रीय महिला आयोग
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह से कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने इस संबंध में रिपोर्ट भी मांगी है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने डीजीपी को भेजे पत्र में कहा कि महिलाओं के अधिकार सुरक्षित रखने के लिए कई कानून बनाने के बावजूद राज्य की राजधानी में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को लेकर आयोग परेशान है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक है कि राज्य सरकार इस प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट सौंपे।आयोग ने पिछले तीन साल के दौरान उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हुए जघन्य अपराधों के बारे में भी प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम भी बताए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता ने पुलिस को अपने बयान दर्ज करा दिए है। पीड़िता ने बयान दिया है कि गुरुवार तड़के 4 बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी। गौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर शुभम, शिवम, उमेश ने उसे घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले पर चाकू से वार किया। इस बीच वह चक्कर आने से गिरी तो आरोपियों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। बता दें कि इस केस की जांच रायबरेली पुलिस ने की थी। इस केस में कुछ आरोपी जेल से जमानत पर बाहर आए थे।
तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया
घटना की जानकारी मिलने पर डीएम देवेन्द्र पांडे, एसपी विक्रांत वीर समेत कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। एसपी उन्नाव ने बताया कि पीड़िता ने 5 आरोपियों के नाम लिए हैं। इनमें से तीन को कस्टडी में ले लिया गया है। अन्य दो की तलाश जारी है। फिलहाल पीड़िता को इलाज के लिए लखनऊ के अस्पताल भेज दिया गया है।