महागठबंधन में दरार, बिहार दिवस कार्यक्रम से दूर लालू और तेजस्वी
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय इस आयोजन के उद्घाटन सत्र में न तो उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, न ही उनके पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद शामिल हुए। बिहार दिवस के उद्घाटन सत्र के दौरान राजद के कुछ अन्य मंत्री शिवचंद्र राम और रामविचार राय मंच पर मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे।
बिहार दिवस के आयोजन का नोडल विभाग शिक्षा विभाग है जिसके मंत्री प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी हैं। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसे बडी भूल बताते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए तथा दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
तेजस्वी की मां और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी ने इस विषय पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया पर राजद विधायक भाई बिरेंद्र और शक्ति सिंह यादव ने इस पर विरोध जताते हुए संबंधित सरकारी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बिरेंद्र ने कहा कि राजद महागठबंधन में सबसे बडा दल है। ऐसे में किसी कार्यक्रम के आयोजन के समय इस बारे में ध्यान रखा जाना चाहिए। बिहार विधानसभा में जदयू के उपनेता श्याम रजक ने कहा कि इस बारे में कार्यक्रम संयोजक ही बेहतर तौर पर बता सकते हैं।
प्रदेश की विपक्षी पार्टी भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी द्वारा इस कार्यक्रम का बहिष्कार किए जाने को सही ठहराते हुए कहा कि अपमान के कारण लालू प्रसाद के परिवार के किसी भी सदस्य ने उक्त कार्यक्रम में भाग नहीं लिया।
तेजस्वी का नाम बिहार दिवस के आमंत्रण पत्र से गायब होने के कारणों पर सुशील ने कटाक्ष किया कि हाल में वैशाली जिले में तेजस्वी यादव के विभाग पथ निर्माण विभाग के कार्यक्रम से जुडे विज्ञापन से मुख्यमंत्री की तस्वीर गायब पायी गयी थी।