क्रास वोटिंग से जब परेशान होने लगे सपा के नेता
राज्य में विधान परिषद की 13 सीटों के लिए कुल 14 उम्मीदवारों के मैदान में होने के कारण मतदान हो रहा है। समाजवादी पार्टी ने आठ, बसपा ने तीन भाजपा ने दो और कांग्रेस ने एक सीट पर उम्मीदवार उतारा है। विधायकों की संख्या के हिसाब से सपा, बसपा, कांग्रेस अपने सभी उम्मीदवार जीताने की स्थिति में है लेकिन भाजपा के विधायकों की संख्या कम है। लेकिन अचानक सपा के दो विधायकों के भाजपा के पाले में जाने के कारण पार्टी की मुश्किले बढ़ गई है। हालांकि इससे सपा को ज्यादा नुकसान होता नहीं दिख रहा है लेकिन शनिवार को राज्यसभा की सीट के लिए हो रहे चुनाव में पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती है। सपा को अपने सभी उम्मीदवार जीताने के लिए पार्टी के अलावा अन्य विधायकों की जरूरत पड़ सकती है।
मतदान के समय सपा विधायक भगवान शर्मा और मुकेश शर्मा भाजपा के साथ खड़े दिखे। वहीं कुछ और विधायकों ने क्रास वोटिंग किया है। विधायकों के क्रास वोटिंग करने से सपा के साथ-साथ बसपा प्रमुख की भी परेशानी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि क्रास वोटिंग करने वाले विधायक आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में सपा के कई नेता परेशान भी नजर आए। दरअसल क्रास वोटिंग करने वाले विधायकों को रोकने के लिए सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेवारी दे रखी थी लेकिन उसके बावजूद भी क्रास वोटिंग हुई।