क्या नीतीश को फिर पीना पड़ेगा अपमान का घूंट?, इस मंत्री का कट सकता है पत्ता
बिहार के शिक्षा मंत्री बनाए गए मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। अब वो अपने सहयोगी और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की वजह से विवादों में हैं। दरअसल, विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तारकिशोर प्रसाद ने पिछले दो-तीन चुनाव के दौरान जो शपथ पत्र दाखिल किए उसके मुताबिक उनके उम्र में पिछले पांच साल में 12 साल की बढ़ोतरी हो गई।
मामला के सामने आने के बाद नीतीश कुमार और एनडीए को घेरने में विपक्ष लग गया है। तारकिशोर प्रसाद कटिहार से भाजपा के विधायक हैं। वो लगातार इस सीट से चुनाव जीत रहे हैं। पहली बार उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, उनके साथ रेणु देवी को भी उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
उपमुख्यमंत्री तारकिशाेर प्रसाद ने विभिन्न चुनावों में उम्मीदवार बनने के दौरान अलग-अलग शपथ पत्र के में अपने उम्र की अलग-अलग जानकारी दी है। उन्होंने 2010 में दाखिल शपथ पत्र में खुद को 49 वर्ष का होने की जानकारी दी थी।
शपथ पत्र के पब्लिक डोमेन में आने के बाद विपक्ष फिर से हमलावर हो गया है। आरजेडी ने इस बाबत ट्वीट करते हुए कहा, “बिहार के उपमुख्यमंत्री अपनी उम्र में ही घोटाला और कमीशन के लिए ठेकेदारों को धमकाने और अपने सभी पारिवारिक सदस्यों को ठेकेदार बनाने में भी लिप्त हैं। पूरा कटिहार जानता है कि बिना कमीशन के इनके क्षेत्र में कोई काम नहीं होता। अब इनके कारनामों से पूरा बिहार परिचित होगा।