राम मंदिर भूमि-पूजन से पहले बाबरी विध्वंस मामले खारिज हो, मिलेगी जन्मभूमि आंदोलन के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजली: शिवसेना
शिवसेना ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि-पूजन समारोह से पहले बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले को खारिज करना राम जन्मभूमि आंदोलन के "शहीदों" के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
बुधवार को शिवसेना के मुखपत्र "सामना" के एक संपादकीय में कहा गया, "मुगल शासक बाबर एक हमलावर था, बाबरी मामला खुद पुराना हो गया है, कब आप इसे स्वीकार करेंगे।"
सामना में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर पर फैसला सुनाए जाने के बाद भी सीबीआई की विशेष अदालत में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामला जारी है और "राम जन्मभूमि आंदोलन के नेता" लालकृष्ण आडवाणी इस मामले में एक अभियुक्त के रूप में पेश होंगे।
शिवसेना ने कहा, "अगर बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले को राम मंदिर के 'भूमि पूजन' से पहले खारिज किया जाता है तो यह राम जन्मभूमि आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि होगी।"
सीबीआई की एक विशेष अदालत ने 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी के बयान को दर्ज करने के लिए 24 जुलाई की तारीख निर्धारित की है। सीआरपीसी की धारा 313 के तहत 92 वर्षीय भाजपा नेता आडवाणी का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दर्ज किया जाएगा।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर निर्माण के लिए 'भूमि पूजन' के लिए 5 अगस्त को अयोध्या जाने की संभावना है।