उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन के लिए मोदी, योगी को दोष न दें: उमा भारती
18वीं लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दोष नहीं दिया जाना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद भी बीजेपी ने यूपी में खराब प्रदर्शन किया था।
उमा भारती ने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा, उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजों के लिए मोदी और योगी को दोष देना सही नहीं है। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचा ढहाए जाने के बाद भी भाजपा हार गई थी। इसके बावजूद हमने अयोध्या में राम मंदिर को अपने एजेंडे से नहीं हटाया...हमने अयोध्या को कभी वोट से नहीं जोड़ा। इसी तरह अब हम मथुरा-काशी (धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद) को वोट से नहीं जोड़ रहे हैं"।
बता दें कि बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से केवल 33 सीटें जीतीं।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय की प्रकृति को समझने की जरूरत है जो सामाजिक व्यवस्था को धर्म से नहीं जोड़ता।
भाजपा नेता ने दावा किया, "यह इस्लामिक समाज है जो सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था को जोड़कर काम करता है। इसलिए वे सामाजिक व्यवस्था के हिसाब से वोट करते हैं।"
भारती ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के नतीजों का मतलब यह नहीं है कि लोगों की भगवान राम के प्रति भक्ति कम हो गई है। उन्होंने कहा, "हमें यह अहंकार नहीं करना चाहिए कि हर राम भक्त भाजपा को वोट देगा। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि जो हमें वोट नहीं देता, वह राम भक्त नहीं है। यह (चुनाव परिणाम) किसी लापरवाही का नतीजा है और कुछ नहीं।"
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ केंद्र में गठबंधन सरकार चलाना मुश्किल नहीं होगा, क्योंकि अतीत में भाजपा ने सहयोगी के रूप में उनके साथ सफलतापूर्वक सरकारें चलाई हैं। इससे पहले शनिवार को भारती ने ग्वालियर से भोपाल जाते समय शिवपुरी में स्थानीय भाजपा नेताओं से मुलाकात की।