बोले पवार-मनमोहन सिंह पर आरोप लगाने के लिए नरेंद्र मोदी को शर्म आनी चाहिए
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पाकिस्तान से मदद मांगने का आरोप लगाने को लेकर शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री को इस तरह का आरोप लगाने पर शर्म आनी चाहिए। वे नागपुर में एनसीपी और कांग्रेस की साझा रैली "हल्ला बोल" को संबोधित कर रहे थे।
एनसीपी मुखिया पवार ने कहा,'प्रधानमंत्री को इस तरह के आरोप लगाते हुए शर्म आनी चाहिए। उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) और पूर्व रक्षा अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं।' मोदी ने कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर छह दिसंबर को हुई एक बैठक का हवाला देते हुए मनमोहन सिंह पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि गुजरात चुनाव को प्रभावित करने के लिए कांग्रेस पाकिस्तान की मदद ले रहा है। अय्यर के घर पर हुई बैठक में मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी मौजूद थे। इस बयान को लेकर मनमोहन सिंह ने भी मोदी से माफी मांगने को कहा था।
मंगलवार को 77 साल के हुए पवार ने मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने देश को तबाह कर दिया है और प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम की है। किसानों और देश के सामने मौजूद अन्य समस्याओं को सुलझाने में विफल रहने के बाद वह गुजरात चुनाव के दौरान ध्यान बंटाने के लिए पाकिस्तान का मसला उठा रहे हैं। इस दौरान एनसीपी प्रमुख महाराष्ट्र की भाजपा सरकार पर भी जमकर बरसे। उन्होंने किसानों से कहा है कि जब तक महाराष्ट्र सरकार उनके बैंक खातों में कर्ज माफी की राशि नहीं डालती तब तक वे अपने बकाया कर्ज या बिजली बिल के बकाये का भुगतान ना करें। यदि सरकार के लिए लोगों का कोई मोल नहीं है तो लोगों को भी सरकार के साथ सहयोग नहीं करना चाहिए।
राज्य सरकार ने किसानों के आंदोलन के बाद 24 जून को 34,022 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का ऐलान किया था। नौ जुलाई को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा था कि करीब 36 लाख किसानों का पूरा कर्ज सरकार ने माफ कर दिया है। पवार ने फड़णवीस पर "ब्लैकमेल की राजनीति" करने का आरोप लगाते हुए इससे दूर रहने की भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें सरकार चलाने का जनादेश दिया है जिसका हम सम्मान करते हैं। लेकिन वे विपक्ष को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि इससे बाज नहीं आए तो जनता उन्हें सत्ता से बेदखल कर देगी। उल्लेखनीय है कि फड़णवीस ने पिछले दिनों कहा था कि उनके पास विपक्षी नेताओं के खिलाफ काफी सबूत हैं और इसे वे सही समय पर सार्वजनिक करेंगे।