डडलानी के खिलाफ एफआईआर, जैन समुदाय की 108 महिलाएं करेंगी उपवास
वहीं जैन समुदाय के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन कर संगीतकार की फौरन गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने बताया कि डडलानी और पूनावाला के खिलाफ अंबाला में आईपीसी की धाराएं 153 ए वर्गों के बीच बैर को बढ़ावा देना, 295 ए दुर्भावनापूर्ण किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक मान्यताओं का अपमान करना और 509 किसी महिला को अपमानति करने के लिए कोई शब्द या भाव भंगिमा का इस्तेमाल करना सहित अन्य संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूनावाला कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। उन्होंने भी जैन मुनि के खिलाफ ट्वीट किया था। अंबाला छावनी निवासी पुनीत अरोड़ा नाम के व्यक्ति की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है। अरोड़ा को मुनि का एक अनुयायी बताया जाता है।
इधर इस मसले पर आम आदमी पार्टी को अब महिलाओं का अहिंसक विरोध भी झेलना पड़ेगा। चांदनी चौक के ऐतिहासिक लाल मंदिर में मंगलवार को जैन समाज की 108 महिलाएं उपवास पर बैठेंगीं। इन महिलाओं ने डडलानी की टिप्पणी का विरोध किया है। जैन समाज में इस टिप्पणी को लेकर गुस्सा है और मंदिर में आने वाली महिलाओं ने आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ये उपवास का फैसला किया है।
विशाल डडलानी के इस ट्वीट की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना की गई। ट्वीट पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आपत्ति जताई। उन्होंने लिखा तरुण सागरजी महाराज केवल जैनों के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए बहुत पूजनीय संत हैं। जो लोग अनादर कर रहे हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह रुकना चाहिए। दिल्ली के स्वास्थ्य, ऊर्जा और लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने विशाल की ओर से माफी मांगी। उन्होंने ट्वीट किया, ”मेरे दोस्त विशाल डडलानी की ओर से जैन समुदाय की भावनाएं आहत होने पर मैं माफी मांगता हूं। डडलानी ने भी अपनी सफाई में लिखा, ”जिन भी लोगों की भावनाओं को मैंने ठेस पहुंचाई है उन सब से माफी मांगता हूं।
तरुण सागर ने भी विशाल को माफ कर दिया है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि 'महाराज जी तो इस घटना को भूल गए हैं और माफ भी कर चुके हैं। जैन मुनि ने कहा कि 'मुझे नहीं लगता वह जैन धर्म या उनकी मान्यताओं के बारे में कुछ भी जानते हैं। जहां तक माफी की बात है तो उसका तो सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं उनसे नाराज़ ही नहीं हूं।