गुपकर गठबंधन के अध्यक्ष चुने गए फारूक अब्दुल्ला, बोले- हम एन्टी नेशनल नहीं
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को गठित गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) का शनिवार को सर्वसम्मति से अध्यक्ष एवं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को उपाध्यक्ष चुन लिया गया। पीएजीडी ने यह जानकारी दी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता युसूफ तारिगामी इस गठबंधन के संयोजक हैं जबकि पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन उसका प्रवक्ता नामित किया गया है।
इस गठबंधन के बनने के बाद पहली बार उसके नेताओं की महबूबा मुफ्ती के निवास पर बैठक हुई और उन्होंने पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के झंडे को अपने निशान के रूप में अपनाया । बैठक के बाद लोन ने संवाददाताओं से कहा कि यह गठबंधन अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाए के बाद, पिछले एक साल में जम्मू कश्मीर में चल रहे शासन पर एक महीने में श्वेत पत्र लाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह श्वेत पत्र शब्दों की बुनावट नहीं होगा। यह जम्मू कश्मीर और देश के लोगों के सामने असलियत पेश करने के लिए तथ्यों एवं आंकड़ों पर आधारित होगा.... एक धारणा बनायी जा रही है कि केवल जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार हुआ था।’’पीएजीडी ने एक पखवाड़े बाद जम्मू में अगली बैठक करने का निर्णय लिया है और उसके बाद 17 नवंबर को श्रीनगर में एक सम्मेलन होगा।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती को 13 अक्टूबर को नजरबंदी से रिहा किया गया था। जिसके बाद वो 15 अक्टूबर को होने वाली गुपकर की बैठक में भाग ली थी। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मुफ्ती की रिहाई के तुरंत बाद उनके आवास पर मुलाकात की थी।
पिछली बार अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से एक दिन पहले 4 अगस्त 2019 को तीनों नेता मिले थे और गुपकर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे। घोषणा में कहा गया है कि सभी प्रमुख दल सभी हमलों और हमले के खिलाफ जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और विशेष स्थिति की रक्षा और बचाव के अपने संकल्प में एकजुट होंगे।