छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों में सभी दल अपनी-अपनी जीत के समीकरण तैयार करने में लगे हैं। इसके बीच पहली बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी) के मुखिया अजीत जोगी ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है।
शुक्रवार को अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने यह ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी के प्रमुख अजीत जोगी चुनाव नहीं लड़ेगे। गठबंधन (जेसीसी, बसपा, सीपीआई) का स्टार प्रचारक होने के नाते वह चुनाव प्रचार पर ज्यादा ध्यान देंगे। अगर वह खुद चुनाव लड़ते हैं तो सभी 90 विधानसभा सीटों में जाकर प्रचार करना उनके लिए मुश्किल होगा।
रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने का पहले किया था ऐलान
पहले पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने ऐलान किया था कि वे मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ राजनंदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। वह इसके लिए पिछले दो महीनों से प्रचार भी कर रहे थे। लेकिन इस फैसले के बाद अब पार्टी तय करेगी कि राजनंदगांव से कौन चुनाव लड़ेगा।
कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे हैं। जब से राज्य में रमन सिंह की सरकार है तब से वह दुबारा सत्ता हासिल नहीं कर पाए हैं। कांग्रेस से विवाद के बाद उन्होंने खुद की पार्टी बना ली थी।
इस बार बसपा और सीपीआई के साथ किया है गठबंधन
इस बार जोगी बसपा और सीपीआई से सहयोग से राज्य की सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। 20 सितंबर को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने अजीत जोगी की पार्टी जेसीसी से गठबंधन किया था। मायावती ने कहा था कि उनकी पार्टी 35 सीटों और जेसीसी 55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
चुनाव आयोग के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में एक करोड़ 85 लाख, 45 हजार आठ सौ उन्नीस (1,85, 45, 819) मतदाता हैं। 99.75 फीसदी मतदाता सूची पर वोटर्स के फोटो हैं जबकि 96.02 फीसदी मतदाताओं को फोटो वाला पहचान पत्र उपलब्ध कराया गया है। 2013 में छत्तीसगढ़ में मतदान केंद्रों की संख्या 21,418 थी जो 2018 में बढ़कर 23, 632 हो गई है। करीब 10.34 फीसदी का इजाफा हुआ है।