शिवसेना ने माना, गुजरात चुनाव ने राहुल को नेता बना दिया
केंद्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज माना कि गुजरात विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव प्रचार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नेता बना दिया है। शिवसेना के अनुसार कांग्रेस नेता का मंदिरों में जाना ‘हिंदुत्व की जीत’ है और भाजपा को इसका स्वागत करना चाहिए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राज्य में जोरदार प्रचार कर रहे हैं। इस दौरान वह यहां के कई मंदिरों में भी गए हैं। यहां पहले चरण का चुनाव नौ दिसंबर को होना है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि माना जा रहा था कि चुनाव में भाजपा की जीत तय है पर जिस तरह से राहुल यहां नेता के रूप में उभरे हैं उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेशान लग रहे हैं। इसमें कहा गया है कि चुनाव ने साफ कर दिया है कि राहुल गांधी अब कहीं से पप्पू नहीं रह गए हैं। भाजपा को अब अपना दिल बड़ा कर इसे स्वीकार कर लेना चाहिए।
संपादकीय में कहा गया है कि पूरे देश में कांग्रेस की स्थिति खराब है ऐसे में उन्हें पार्टी के प्रति भाजपा द्वारा बनाए गए राजनैतिक चक्रव्यूह और झूठे प्रचार से निकलने का रास्ता बनाना होगा।
शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी के मंदिरों में जाने और पूजा करने से भाजपा नाराज है जबकि इसका स्वागत होना चाहिए। राहुल का मंदिर जाना हिंदुत्व की जीत है और यदि वे पार्टी को बनावटी धर्मनिरपेक्षता से हिंदुत्व की ओर ले जाना चाहते हैं तो संघ को इसका स्वागत करना चाहिए।
मोदी द्वारा राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने को लेकर मोदी द्वारा इसे ‘औरंगजेब राज’ कहने पर संपादकीय में कहा गया है कि इससे साफ होता है प्रधानमंत्री उन्हें अपना प्रतिद्वंद्वी मानते हैं और इस तरह वे एक योग्य नेता बन गए हैं।