एमएलसी चुनाव: जेल में बंद महाराष्ट्र के मंत्री अनिल देशमुख, नवाब मलिक वोट डालने की अनुमति मांगने पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में वोट डालने की अनुमति मांगने के लिए जेल में बंद महाराष्ट्र के मंत्री अनिल देशमुख और नवाब मलिक ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दोनों मंत्रियों ने आज हो रहे विधान परिषद के 11 सदस्यों के चुनाव के लिए सुप्रीम कोर्ट से मतदान करने की इजाजत मांगी है।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन के दोनों नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उनको एमएलसी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि ये उनका वैधानिक अधिकार है और वो एक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं।
अपनी याचिका में नेताओं ने कहा है कि उन्हें जेल से पुलिस एस्कॉर्ट में ले जाया जा सकता है और वोट डालने के बाद वापस जेल लाया जा सकता है। सीनियर एडवोकेट मीनाक्षी अरोड़ा ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि ये मामला अत्यावश्यक है, इसलिए इसे आज ही सुना जाए क्योंकि वोटिंग आज शाम 4 बजे तक ही है।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और मंत्री नवाब मलिक ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें कोर्ट ने उनकी MLC चुनाव में मतदान करने की याचिका को खारिज किया था। सर्वोच्च न्यायालय आज दोपहर 12 बजे सुनवाई कर सकता है।<br><br>(फाइल तस्वीरें) <a href="https://t.co/0iaza8aJLk">pic.twitter.com/0iaza8aJLk</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1538767047383195648?ref_src=twsrc%5Etfw">June 20, 2022</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए दोनों की याचिका को खारिज कर दी थी। दोनों ने इस मामले में हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इससे पहले राज्यसभा चुनाव में भी दोनों नेताओं को हाईकोर्ट ने वोट नहीं डालने की इजाजत दी थी।