Advertisement
25 September 2024

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: विदेशी प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित करने पर उमर अब्दुल्ला ने सरकार की आलोचना की

नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव को देखने के लिए विदेशी प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित करने के केंद्र के कदम की बुधवार को आलोचना की और कहा कि चुनाव भारत का अंदरूनी मामला है।

अब्दुल्ला ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि विदेशियों को यहां चुनाव की जांच करने के लिए क्यों कहा जाना चाहिए? जब दूसरे देशों की सरकारें इस पर टिप्पणी करती हैं तो भारत सरकार कहती है कि ‘‘यह भारत का अंदरूनी मामला है’’ और अब अचानक वे चाहते हैं कि विदेशी पर्यवेक्षक यहां आएं और हमारे चुनावों को देखें।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव ‘‘हमारे लिए आंतरिक मामला है’’ और ‘‘हमें उनके प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है’’।

उमर ने कहा, ‘‘यह भागीदारी (मतदान में लोगों की) भारत सरकार की वजह से नहीं है बल्कि उसके द्वारा किए गए सभी कामों के बावजूद है। उन्होंने लोगों को अपमानित किया है, उन्होंने लोगों को हिरासत में लेने और परेशान करने के लिए सरकार की सभी मशीनरी का इस्तेमाल किया है।’’

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बावजूद लोग अपने घरों से निकल रहे हैं और चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। इसलिए यह ऐसी बात नहीं है जिस पर भारत सरकार को जोर देना चाहिए। लेकिन फिर भी, वे ऐसा कर रहे हैं।’’

मौजूदा चुनाव को देखने के बारे में विदेश मंत्रालय के निमंत्रण पर नयी दिल्ली स्थित दूतावासों से 16 राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को यहां पहुंचा।

जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। कुल 10 साल के अंतराल पर यह विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने चुनाव के लिए 10 साल इंतजार किया और ‘‘पहले चरण के अच्छे परिणाम के बाद दूसरे चरण में भी अच्छे मतदान की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चाहे कोई भी पार्टी हो, राजनीतिक रैलियों में जोश उत्साहजनक रहा है। अब हमें उम्मीद है कि यह उत्साह मतदाताओं की संख्या में भी दिखेगा।’’

यह पूछे जाने पर कि दूसरा चरण उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि वह गांदेरबल और बडगाम की दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं, इस पर अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव के सभी दिन महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे बारे में नहीं है, यह पूरी पार्टी के बारे में है। पहला चरण उतना ही महत्वपूर्ण था, तीसरा चरण भी उतना ही महत्वपूर्ण होगा। हां, इसमें मेरी व्यक्तिगत भागीदारी है, लेकिन पार्टी के लिए तीनों चरण महत्वपूर्ण हैं।’’

पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उम्मीद पर दुनिया कायम है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी आशावादी व्यक्ति हूं। बाकी सब पहले तो ईश्वर के हाथ में है और फिर मतदाताओं के हाथ में है। तो देखते हैं।’’

पीपुल्ड डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा गांदेरबल और बडगाम में फर्जी मतदान के आरोप लगाए जाने के बारे में अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी ने दीवार पर लिखी इबारत समझ ली है। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया (पीडीपी के आरोपों की) जांच करें। अगर उनके उम्मीदवार वह प्रभाव नहीं डाल पाए जिसकी उन्हें उम्मीद थी तो मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता। यह मेरी गलती नहीं है कि लोगों ने मेरे पक्ष में चुनाव प्रचार से खुद को अलग कर लिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बडगाम में अपनी पार्टी का समर्थन पाकर पीडीपी बहुत खुश थी, लेकिन मुंतजिर मोहिउद्दीन ने पार्टी के खिलाफ जाकर मुझे समर्थन देने की घोषणा कर दी। उसके बाद पीडीपी परेशान हो गई और हम पर एवं अपनी पार्टी पर हमला करना शुरू कर दिया। पीडीपी को साफ पता चल गया है कि क्या होने वाला है। बडगाम और गांदेरबल को भूल जाइए, वे बिजबहेड़ा में भी जीत जाएंगे तो वे भाग्यशाली होंगे। इसलिए मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता।’’

मोहिउद्दीन ने अपनी पार्टी के समर्थन से बडगाम से नामांकन दाखिल किया था लेकिन उन्होंने चुनाव से नाम वापस ले लिया और अब्दुल्ला को समर्थन देने की घोषणा की।

बिजबहेड़ा वह सीट है जहां से मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती मैदान में हैं। इस सीट पर 18 सितंबर को पहले चरण के मतदान हुए थे।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बुधवार को जम्मू-कश्मीर दौरे पर नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को जम्मू पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है। मुझे उम्मीद है कि राहुल कश्मीर में एक या दो सीटों पर प्रचार करने के बाद जम्मू पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कांग्रेस कश्मीर में क्या करती है, यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन कांग्रेस जम्मू में क्या करती है यह महत्वपूर्ण है।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस ने जम्मू के मैदानी इलाकों में उतना काम नहीं किया है, जितना नेशनल कांफ्रेंस को उनसे उम्मीद थी। नेकां कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन में है। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू में गठबंधन ने जो सीटें दीं, उनमें से अधिकांश कांग्रेस पार्टी को मिलीं। फिर भी जम्मू में कांग्रेस का अभियान अभी शुरू होना बाकी है। अब प्रचार के लिए केवल पांच दिन बचे हैं। इसलिए मुझे उम्मीद है कि राहुल के घाटी में इस एक सीट पर प्रचार करने के बाद कांग्रेस अपना पूरा ध्यान जम्मू के मैदानी इलाकों पर केंद्रित करेगी।’’

गांधी का दिन में बाद में उत्तरी कश्मीर के सोपोर इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Jammu and Kashmir Assembly elections, Omar Abdullah, criticizes government, Inviting foreign delegation
OUTLOOK 25 September, 2024
Advertisement