जयललिता की भतीजी सक्रिय राजनीति में उतरीं
दीपा जयकुमार ने पत्रकारों से कहा है कि एआईएडीएमके का काडर पहले ही उनका स्वागत कर चुका है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें सहयोग कर रही है। दीपा ने कहा, मुझे बदनाम करने के लिए बहुत सी अफवाहें बाजार में है क्योंकि लोग वास्तविकता नहीं जानते हैं। दीपा ने कहा कि वह एआईएडीएमके की नई महासचिव शशिकला नटराजन को खारिज करती हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह जयललिता की संपत्ति पर कोई दावा जताने नहीं जा रही हैं।
दीपा लगता है पूरी तैयारी के साथ उतर रही हैं। राजनीति में आने की घोषणा से पहले मरीना बीच पर बनी एआईएडीएमके के संस्थापक एमजीआर की समाधि पर जाना नहीं भूलीं। पार्टी उनकी 100 जन्म शताब्दी वर्ष मना रहा है। दीपा जयकुमार उस वक्त मीडिया की नजरों में आईं जब जयललिता के अपोलो अस्पताल में भर्ती होने के वक्त उन्हें शशिकला ने अस्पताल में मिलने नहीं जाने दिया था।