"लॉकडाउन पर सीएम नीतीश ने खुद लिया निर्णय, सहयोगियों ने भी नहीं दी सलाह"; बोले ललन सिंह- "खोल दूंगा सबकी पोल"
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है। राज्य में लगातार संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। लगाए गए पूर्ण लॉकडाउन को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को घेर रही है। बढ़ते संक्रमण को लेकर विपक्षी दलों का ये भी कहना है कि राज्यपाल द्वारा बुलाए गए सर्वदलीय बैठक में तुरंत लॉकडाउन लगाने की मांग की गई थी। साथ ही अब विपक्ष का आरोप है कि इससे दिहाड़ी मजदूरों का रोजगार छिन गया है। लोग भूखे मरने को लाचार हैं। सरकार पर लग रहे तरह-तरह के आरोपों के बाद लोकसभा सांसद और जेडीयू नेता ललन सिंह ने कड़ी टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा है कि जब सर्वदलीय बैठक हुई थी तो किसी दल ने लॉकडाउन की मांग नहीं की थी। केवल मुकेश साहनी इसके समर्थन में थे। दलों ने वीकेंड लॉकडाउन लागू करने का समर्थन किया था।
नेता राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने कहा कि कुछ दलों के नेताओं का ये दावा गलत है कि राज्यपाल की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में तुरंत लॉकडाउन की सलाह दी गई थी। उन्होंने गुरुवार को यहां कहा-विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को छोड़ कर किसी नेता ने संपूर्ण लॉकडाउन की मांग नहीं की थी।
ललन सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी घेरा। उन्होंने कहा कि आज वो बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने खुद सर्वदलीय बैठक में वीकेंड कर्फ्यू की मांग की थी। यहां तक कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी वीकेंड लॉकडाउन की मांग की थी। मदन मोहन झा ने लॉकडाउन जैसी कोई चर्चा भी नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि गैर जिम्मेदाराना बयान राजनीतिक दलों के नेता दे रहे हैं। आज जब नीतीश कुमार को जरूरत महसूस हई तो उन्होंने लॉकडाउन लगाया है।