टैंकर घोटाले में कपिल मिश्रा ने दर्ज कराया एसीबी में बयान,केजरीवाल के चुप रहने पर उठाए सवाल
कपिल मिश्रा ने एसीबी दफ्तर पहुंचकर टैंकर मामले में अपने बयान दर्ज कराए। गौरतलब है कि इससे पहले वो इस मसले को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी मिले थे जिसके बाद अनिल बैजल ने एसीबी को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। उपराज्यपाल ने एक हफ्ते के अंदर एसीबी से रिपोर्ट मांगी थी। दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने घोटाले के लिए अरविंद केजरीवाल और उनके दो करीबियों के शामिल होने का आरोप लगाया था।
फिर किया केजरीवाल पर अटैक
बयान दर्ज करवाने के बाद कपिल मिश्रा ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मैंने उन से छोटी सी जानकारी मांगी तो उन्होंने पुरी पार्टी सड़क पर उतार दी लेकिन मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया। बयान दर्ज कराने के दोरान उन्हें कमजोरी महसूस हुई इसलिए उन्हें पुरा बयान दर्ज करवाने के लिए सोमवार को फिर से एसीबी आना पड़ेगा। कपिल मिश्रा ने कहा कि पार्टी के केवल 5-6 लोग ही अपने रास्ते से भटके हुए है,पार्टी में काफी लोग अच्छे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के शोषण पर जो सवाल घुग्गी ने उठाएं है वो भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
यह है टैंकर घोटाला
'2012 में दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराए पर लिए थे. उस समय शीला दीक्षित सीएम के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष भी थीं। आरोप है कि जो टैंकर लिए गए थे उसमें करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ था। टैंकर घोटाला मामला साल 2009 से लेकर 2015 के बीच का है. इस दौरान कांग्रेस की सरकार की थी और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद घोटाले सामने आया था आप विधायक व पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा ने इस मामले की शिकायत एसीबी में करते हुए शीला सरकार में वाटर टैंकर घोटाले का आरोप लगाया है।