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17 December 2020

दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने फाड़ी कृषि कानूनों की कॉपी, कहा- और कितनी शहादत लेगा केंद्र

ANI

दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन आज 22वें दिन भी जारी है। इस बीच किसान आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर निशाना साधा और उन्होंने दिल्ली विधानसभा मे गुरुवार को कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ी। इससे पहले आप के कई अन्य विधायकों ने भी कानून की कॉपी फाड़ी।

केजरीवाल ने केंद्र से पूछा कि आप कितनी और शहादत लोगे।  हर किसान भगत सिंह बन गया है। उन्होंने कहा, ''20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। रोज एक किसान शहीद हो रहा हैं। मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता और कितनी शहादत और कितनी जान आप लोगे। सरकार अंग्रेजों से बदतर न बने।''

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1907 में हूबहू ऐसा ही आंदोलन हुआ था, पगड़ी सम्भाल जट्टा। 9 महीने तक ये आंदोलन अंग्रेज़ों की खिलाफ चला था। उस आंदोलन का नेतृत्व भगत सिंह के पिता और चाचा ने की थी। उस समय भी अंग्रेज सरकार ने कहा था इसमें थोड़े बदलाव कर देंगे लेकिन किसान डटे रहे। भगत सिंह ने भी क्या इसीलिए कुर्बानी दी थी कि आजाद भारत मे किसानों को इस तरह आंदोलन करना पड़ेगा।

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केजरीवाल ने केंद्र के तीनों नए कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ते हुए कहा कि वह किसानों के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में आज तीन काले कानूनों को ख़ारिज किया गया है और केंद्र इन्हें वापस ले। हमारे किसान ठंड में सो रहे हैं।

केजरीवाल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने बरेली में रैली की और तीनों बिलों के फायदे समझाने लगे कि तुम्हारी जमीन नहीं जाएगी, मंडी बंद नहीं होगी। भाजपा वालों को एक लाइन रटवा दी गई है कि किसान देश में कहीं भी फसल बेच सकता है। हवा में बात करने से क्या होगा। किसानों को नहीं भाजपाइयों को भ्रमित किया गया है, भाजपाइयों को अफीम खिला दी गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे वकील ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है। कोरोना काल में क्यों ऑर्डिनेंस पास किया। पहली बार राज्यसभा में बिना वोटिंग के तीन कानून को कैसे पास कर दिया गयाय़ ये कानून भाजपा के चुनाव के फंडिंग के लिए बने हैं।

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OUTLOOK 17 December, 2020
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