लालू का वायरल वीडियो: अब तक रिपोर्ट का खुलासा नहीं, गायब सेवादार बना परेशानी
रांची जेल से पीरपैंती के भाजपा विधायक ललन पासवान को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा फोन के वारयल ऑडियो से लालू सहित प्रशासन के लोग भी परेशान हैं। बिहार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के ठीक पहले लालू प्रसाद के कथित फोन का ऑडियो बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर सार्वजनिक करते हुए सरकार के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया था।
विवाद के बाद गृह विभाग ने बैठक की और बीते 25 नवंबर को झारखंड के जेल आइजी ने रांची के डीसी व एसपी वे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक को पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब किया। डीसी ने भी तत्काल जेल अधीक्षक को पत्र लिख 24 घंटे में रिपोर्ट तलब किया। पूछा कि क्या वास्तव में लालू प्रसाद के मामले में जेल मैनुअल का उल्लंघन हो रहा है, फोन कैसे पहुंचा। एक पखवारा होने को है मगर जेल आइजी के पास जांच रिपोर्ट नहीं पहुंची है। सूत्रों के अनुसार जेल अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट जेल आइजी को भेज दी है मगर डीसी, एसपी की रिपोर्ट नहीं मिली है। तब जेल आइजी ने रिमाइंडर भेजा है।
लालू प्रसाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के कैदी हैं बीमारी के नाम पर रिम्स में दो साल से अधिक से इलाजरत हैं। कोरोना के नाम पर करीब तीन माह तक रिम्स निदेशक के खाली बंगले में रहे। रिम्स निदेशक आ गये तब भी वे बंगले में थे। इस बीच वायरल ऑडियो प्रकरण ने तूल पकड़ा तो 26 नवंबर को उन्हें पुन: रिम्स के पेईंग वार्ड में आनन-फानन में शिफ्ट किया गया। चार मामलों में सजयाफ्त लालू प्रसाद के वेल के चौथे मामले की सुनवाई भी दो बार से टल रही है। इस में वेल मिलने के बाद लालू प्रसाद जेल से बाहर होंगे। ऑडियो विवाद के बाद लालू प्रसाद भी सतर्क और शांत हो गये हैं। कि इस तरह के विवाद का असर वेल की सुनवाई पर न पड़ जाये।
11 दिसंबर को रांची हाई कोर्ट में जमानत मामले की सुनवाई होनी है। जेल में मुलाकातियों को लेकर और जेल मैनुअल के उल्लंघन को लेकर वे लगातार विवादों में रहे हैं। आरोप लगता रहा है कि उनके निजी सेवादार भी विवाद का केंद्र बन जाते हैं। वायरल ऑडियो विवाद के सार्वजनिक होने के बाद से उनका खास सेवादार इरफान अंसारी भी लापता है और उसका मोबाइल ऑफ है। अपने घर पर भी वह नहीं रहा है। वायरल ऑडियो को लेकर रांची में जनहित याचिका दायर की गई है तो पटना में विधायक ललन पासवान ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। ऐसे में लालू प्रसाद खुद एहतियात बरत रहे हैं। रिम्स में अनावश्यक मुलाकातियों से परहेज कर रहे हैं। नियत दिन शनिवार को ही मुलाकात करना बेहतर समझ रहे हैं। बहरहाल लालू प्रसाद और प्रशासन आदि को जांच रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद पत्ते खुलेंगे।