शराब बंदी आंदोलन : नीतीश अब मध्य प्रदेश में राजनीतिक दायरा बढ़ाएंगेे
हालांकि, प्रदेश में शराबबंदी आंदोलन को नेशनल एलाइंस फॉर पीपुल्स मूवमेंट (एनएपीएम) लीड कर रहा है। एनएपीएम में देशभर के 50 से अधिक बड़े एनजीओ और जनसंगठन शामिल हैं। प्रमुख रूप से नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर, गांधी शांति प्रतिष्ठान के कुमार प्रशांत और किसान संघर्ष समिति के नेता व पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
समाजवादी नेता रघु ठाकुर ने कहा है कि शराबबंदी आंदोलन को लेकर वह नीतीश कुमार से चर्चा करेंगे। आंदोलन के पीछे नीतीश का कोई चुनावी प्रयोजन नहीं है तो वह खुद इस आंदोलन से जुड़ेंगे। ठाकुर ने कहा कि वह बिहार में ही हैं। नालंदा में जदयू नेता के घर से 150 बोतल शराब पकड़ी गई है। इस नेता की जगह जिस अधिकारी ने यह शराब पकड़ी है, उसके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की। शराबबंदी को लेकर ऐसी दोहरी नीति नहीं होना चाहिए।
गौर हो कि शराब मुक्त मध्य प्रदेश यात्रा मालवा-निमाड़, भोपाल, बुंदेलखंड, चंबल, विंध्य क्षेत्र से होते हुए महाकौशल क्षेत्र के 24 जिलों से होकर गुजरेगी। 13 दिनी यह यात्रा 31 शहर और कस्बों में रुकेगी, जहां आम सभाएं की जाएंगी।