महाराष्ट्र सियासी संकट: संजय राउत का केंद्रीय मंत्री पर बड़ा आरोप,'सरकार बचाने की कोशिश की तो पवार को घर जाने नहीं देंगे'
महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से जारी सियासी संकट लगातार गहराता ही जा रहा है। एक तरफ शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे बार-बार महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर सीएम उद्धव ठाकरे असहाय नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं शिंदे ने अब मैजिक नंबर पूरा होने का भी दावा कर दिया है। शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने खुद को विधायक दल का नेता और भरत गोगावाले को पार्टी का मुख्य सचेतक नियुक्त किया है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है, उसके पीछे भाजपा का हाथ है. उन्होंने कहा कि संख्या कभी स्थिर नहीं रहते. यह संख्या बल केवल कागजों पर दिख रहा है. शिवसेना एक महासागर है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में अब कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि अगर महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने के प्रयास किया गया तो शरद पवार को घर नहीं जाने दिया जाएगा। महाविकास अघाड़ी सरकार रहे या न रहे लेकिन शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का उपयोग स्वीकार्य नहीं है।
"A central minister of the BJP has said that if attempts are made to save MVA govt, then Sharad Pawar will not be allowed to go home. Whether or not the MVA govt survives, use of such language for Sharad Pawar is not acceptable," tweets Shiv Sena leader Sanjay Raut. pic.twitter.com/IjPpiQsBdC
— ANI (@ANI) June 24, 2022
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट जो हमें चुनौती दे रहा है, उसे यह महसूस करना चाहिए कि शिवसेना के कार्यकर्ता अभी सड़कों पर नहीं उतरे हैं। इस तरह की लड़ाई या तो कानून के जरिए लड़ी जाती है या सड़कों पर। जरूरत पड़ी तो हमारे कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे। संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट के 12 विधायकों को अयोग्य ठहराने की प्रक्रिया चल रही है, उनकी संख्या केवल कागजों पर है। शिवसेना एक बड़ा सागर है, ऐसी लहरें आती-जाती रहती हैं।
Maharashtra | Eknath Shinde faction that's challenging us must realise that Shiv Sena workers are yet to come on the roads. Such battles are fought either through law or on the roads. If need be then our workers would come on the roads: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/Cs1CJPvpHE
— ANI (@ANI) June 24, 2022
महाराष्ट्र के सतारा से शिवसेना के उपजिला प्रमुख संजय भोसले गुवाहाटी पहुंचे। पार्टी विधायक एकनाथ शिंदे से 'मातोश्री' लौटने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि शिवसेना ने अपने विधायकों को बहुत कुछ दिया है। उन्हें 'मातोश्री' लौट जाना चाहिए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि अगर महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने के प्रयास किया गया, तो शरद पवार को घर नहीं जाने दिया जाएगा। महाविकास अघाड़ी सरकार रहे या न रहे, लेकिन शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का उपयोग स्वीकार्य नहीं है।
वहीं, इससे पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने खुद को विधायक दल का नेता और भरत गोगावाले को चीफ व्हिप नियुक्त किया है। इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में अपनी नियुक्ति की पुन: पुष्टि और पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में भरतशेत गोगावाले की नियुक्ति के संबंध में पत्र लिखा। पत्र में शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर हैं और पत्र की एक कॉपी डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विधान परिषद के सचिव राजेंद्र भागवत को भेजी गई है।
शिवसेना के बागी विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि यदि आप शिवसेना के किसी विधायक के निर्वाचन क्षेत्र को देखें तो तहसीलदार से लेकर राजस्व अधिकारी तक कोई भी अधिकारी विधायक के परामर्श से नियुक्त नहीं किया जाता है। यह बात हमने उद्धव जी को कई बार बताई, लेकिन उन्होंने कभी इसका जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पहले कई बार विधायकों ने उद्धव जी से कहा था कि कांग्रेस हो या एनसीपी दोनों ही शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। कई बार विधायकों ने उद्धव जी से मिलने के लिए समय मांगा, लेकिन वे उनसे कभी नहीं मिले।