ममता बनर्जी की हालत स्थिर, चोट से उबर रही हैं: चिकित्सकों ने दी जानकारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की स्वास्थ्य स्थिति ‘स्थिर’ है और स्वास्थ्य संबंधी उनके सभी ‘पैरामीटर’ सामान्य हैं। राज्य संचालित एसएसकेएम अस्पताल के चिकित्सकों ने शुक्रवार शाम को यहां कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर उनकी गहन जांच के बाद यह जानकारी दी।
चिकित्सकों ने कहा कि चोट के कारण 69-वर्षीया ममता को हो रहा दर्द अब कम है। एसएसकेएम के चिकित्सकों की तीन-सदस्यीय टीम शाम को उनकी स्थिति की जांच करने के लिए उनके आवास पर गई थी।
एक वरिष्ठ चिकित्सक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उनका स्वास्थ्य स्थिर है और (वह) ठीक हो रही हैं। उनके सभी पैरामीटर ठीक हैं और चोटों के कारण होने वाला दर्द कम हो गया है।’’ टीएमसी प्रमुख बनर्जी बृहस्पतिवार शाम को कालीघाट स्थित अपने आवास में गिर गई थीं, जिसके कारण उनके माथे और नाक पर गंभीर चोट लग गई थी।
एक अधिकारी ने शुक्रवार सुबह ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उन्हें रात में अच्छी नींद आई और वरिष्ठ चिकित्सकों ने इस दौरान उन पर कड़ी नजर रखी।’’ बंगाल की मुख्यमंत्री के माथे पर तीन टांके और नाक पर एक टांका लगाया गया और अस्पताल में चिकित्सा परीक्षण के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
इस बीच, यह कहने के एक दिन बाद कि बनर्जी ‘पीछे से किसी धक्का के कारण गिर गईं’, अस्पताल के निदेशक मणिमॉय बंद्योपाध्याय ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उनका मतलब केवल इतना था कि मुख्यमंत्री को ‘धक्का लगने की अनुभूति’ हुई होगी।
बंद्योपाध्याय ने कहा, ‘‘यह पीछे से धक्का देने की अनुभूति है जिसके कारण (मुख्यमंत्री बनर्जी) गिर गईं। हमारा काम इलाज करना है और हमने वह किया है। मैंने कल शाम जो कहा था, उसकी गलत व्याख्या की गई।’’
एसएसकेएम के निदेशक ने बृहस्पतिवार शाम को कहा था कि बनर्जी ‘पीछे से किसी धक्का’ के कारण अपने घर के परिसर में गिर गईं। बंद्योपाध्याय की ‘पीछे से धक्का’ वाली टिप्पणी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के गिरने के कारण को लेकर बड़े पैमाने पर भ्रम और अटकलों को जन्म दिया।
एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने अभी तक इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं की है, हालांकि उन्होंने कालीघाट में बनर्जी के आवास और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने मुख्यमंत्री से उनके कालीघाट स्थित आवास पर मुलाकात की।
पुलिस आयुक्त ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अभी तक, मुख्यमंत्री के गिरने के संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। हमने मुख्यमंत्री आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है।’’ उन्होंने कहा कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या कोई सुरक्षा चूक हुई थी या नहीं।
बनर्जी को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है और अधिकारियों की एक विशेष टीम उनके आवास पर भी उनकी सुरक्षा की देखभाल करती है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन दावों की गहन जांच की मांग की कि बनर्जी अपने आवास पर ‘पीछे से किसी धक्का‘ के कारण गिर गईं, जिससे उन्हें चोटें आईं। सत्तारूढ़ टीएमसी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा खेमे से मामले का राजनीतिकरण नहीं करने के लिए कहा।
वरिष्ठ भाजपा नेता और सांसद दिलीप घोष ने कहा कि सच्चाई सामने लाने के लिए गहन जांच होनी चाहिए। घोष ने कहा, ‘‘एसएसकेएम अस्पताल ने कल रात कहा कि मुख्यमंत्री को पीछे से धक्का दिया गया था। आज सुबह वह कुछ अलग कह रहे हैं। हमें लगता है कि मुख्यमंत्री के साथ क्या हुआ और वह कैसे गिरीं, इसकी उचित जांच होनी चाहिए। बंगाल के हर नागरिक को यह जानने का अधिकार है कि क्या हुआ था।’’
भाजपा के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी की वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।