मराठवाड़ा का जल संकट ‘महायुति’ की विफलता का स्पष्ट उदाहरण: कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र का जल संकट सत्तारूढ़ ‘महायुति’ की विफलता का स्पष्ट उदाहरण है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि नौकरशाही की देरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व की प्राथमिकताओं में बदलाव ने जल संकट को हल करने के बजाय और गंभीर बना दिया है।
महाराष्ट्र में बुधवार को सभी 288 विधानसभा सीट के लिए मतदान होना है। मतगणना 23 नवंबर हो होगी।
सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘2019 में महत्वाकांक्षी मराठवाड़ा जल ग्रिड परियोजना शुरू किए जाने के बावजूद, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार इसका समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करने में विफल रही है।
वर्ष 2022 में खरीद-फरोख्त के माध्यम से सत्ता में लौटने पर महायुति ने जल ग्रिड को पुनर्जीवित करना शुरू किया, लेकिन इसका कार्यान्वयन बहुत धीमा है। मराठवाड़ा में पानी की कमी से जूझने वाले क्षेत्रों को अब तक कोई बड़ी राहत नहीं दी गई है।’’
रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘मराठवाड़ा का जल संकट भाजपा और महायुति की अपर्याप्त योजना और स्थायी समाधान प्रदान करने में उनकी विफलता का स्पष्ट उदाहरण है।’’