Advertisement
10 July 2020

विकास दुबे एनकाउंटर: मायावती ने सुप्रीम कोर्ट से की पूरे मामले पर निष्पक्ष जांच की अपील

उत्तर प्रदेश के कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे  को शुक्रवार सुबह यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया। दरअसल गुरुवार को उज्जैन से गिरफ्तार कर आज सुबह कानपुर ला रही एसटीएफ की गाड़ी कानपुर में दुर्घटनाग्रस्त हुई। पुलिस का कहना है कि इसी दौरान विकास ने पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की और जवाबी फायरिंग में वो मारा गया। वहीं, विकास दुबे मामले में विपक्ष लगातार हमलावर है, इसी क्रम में शुक्रवार को एक बार फिर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है। वहीं, कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सवाल किया है। 

अब उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में सीधे सुप्रीम कोर्ट का दखल मांगा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि कानपुर मुठभेड़ में जान गंवाने वाले आठ पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को न्याय मिल सके।

सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए- मायावती 

Advertisement

 

मायावती ने ट्वीट किया कि कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि यह उच्च-स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इन्साफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है।

अखिलेश यादव ने कही ये बात

इससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अपने ट्विटर अकाउंट से एक लाइन का ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।

प्रिंयका गांधी का सवाल

वहीं, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी एक लाइन का ट्वीट करते हुए लिखा कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?

ये भी पढ़ें- विकास दुबे की गिरफ्तारी या सरेंडर, बयान से उठे सवाल?

पूछा था आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी

बता दें इससे पहले गुरुवार को अखिलेश यादव ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद तंज भरा ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, “खबर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।”

कानून ने अपना काम किया है- नरोत्तम मिश्रा

 

वहीं, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कानून ने अपना काम किया है। उन्होंने इस मुठभेड़ पर सवाल उठाने वाले लोगों पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा, अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी जो कल कह रहे थे कि जिंदा क्यों पकड़ा और आज कह रहे हैं कि मर क्यों गया। कई राज दफन हो गए। ये वो लोग हैं जो कल कुछ और कह रहे थे और आज कुछ और।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: विकास दुबे, एनकाउंटर, अखिलेश यादव, कार, नहीं पलटी, सरकार, पलटने, बचाई, Akhilesh Yadav, Vikas Dubey, encounter, car, not overturned, government, saved, from turning.
OUTLOOK 10 July, 2020
Advertisement