सांसद भगवंत मान का आरोप- बीजेपी के बड़े नेता ने AAP छोड़ने के लिए दिया था ऑफर; धन, मंत्री पद की पेशकश की
चंडीगढ़, आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने सनसनीखेज खुलासा करते कहा कि चार दिन पहले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने उन्हें फोन किया और उनसे पूछा कि वे भाजपा में शामिल होने के लिए क्या लेंगे। उन्हें सीधे तौर पर पैसा और पद दोनों की पेशकश की गयी। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि वे एक बार हाँ कर दें तो उन्हें केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा और मनपसंद मंत्रालय भी दिया जाएगा।
मान ने रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए यह सनसनीखेज खुलासा किया। मान ने भाजपा नेताओं से कहा, "मैं मिशन पर हूं, कमीशन पर नहीं।" मेरा मिशन पंजाब को समृद्ध, शांतिपूर्ण और विकसित बनाना है। मैं भाजपा की कुर्सी अस्वीकार करता हूँ।' उन्होंने पंजाब को समृद्ध बनाने के लिए पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के नाम का पौधा लगाया और इस पौधे को अपने खून-पसीने से सींचा है।
मान ने कहा, "पंजाब के लोग मुझ पर भरोसा करते हैं, इसलिए पर्याप्त पैसा होने के बावजूद भी भाजपा मुझे खरीद नहीं सकती। दरअसल, बीजेपी पंजाब के लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश कर रही है लेकिन मैं पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत के लिए लड़ता रहूंगा।''उन्होंने कहा की बीजेपी ने कई राज्यों में जोड़-तोड़ कर सरकारें बनाई, लेकिन बीजेपी, केंद्र सरकार और सरकारी एजेंसियां भगवंत मान को न खरीद सकती हैं और न धमका सकती हैं। क्योंकि "खरीद-बिक्री उनकी होती है जो बाज़ारू होते हैं ," जब भगवंत मान बाज़ारू नहीं है तो भगवंत मान को कौन खरीद सकता है? मान आधी रोटी खाकर गुजारा कर सकता हैं लेकिन बीजेपी में शामिल होने कोई सवाल ही नहीं उठता।
मान ने काव्यात्मक तरीके से भाजपा को जवाब देने के लिए प्रख्यात कवि गुरभजन गिल के शब्दों को साझा करते कहा कि ''सागर में जाने पर दरिया की मृत्यु हो जाती है। गर्दन सीधी रखने की कीमत हम चुका रहे हैं। बेशर्मों का तो गर्दन नीचे कर भी गुज़ारा हो जाता है"। पंजाब के लोग गर्दन सीधी रखने के जज़्बे के साथ जीते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ही वह पार्टी और सरकार है जिसने 700 किसानों की हत्या की। लखीमपुर में गाड़ी चलवा कर गरीब किसानों को कीड़े की भांति कुचल दिया। किसान आंदोलन की माताओं- बहनों और उनके सगे सम्बन्धियों को गालियां देकर उन्हें गुंडे, पागल, आतंकवादी कहने वाली भाजपा को आप के किसी कार्यकर्ता को भी खरीदने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। भगवंत मान को खरीदने के भ्रम की तो बात ही छोड़ दीजिए।
सांसद ने कहा कि पंजाब के लोग बीजेपी से नफरत करते हैं। पंजाब में भाजपा का पहले से कोई आधार नहीं था, वह केवल 2-4 सांसदों या विधायकों तक ही सीमित थी, अब भाजपा का नाम कहीं नहीं मिलता। भाजपा की घातक नीतियों से व्यापारियों, कारोबारी और शहरी मतदाताओं ने भी तौबा कर ली है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह ढींडसा के साथ भाजपा के समझौते के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि भाजपा के नेता इधर-उधर हाथ-पांव मार रहे हैं क्योंकि पंजाब में भाजपा का अपना कुछ भी नहीं है। लेकिन शून्य में चाहे कितने ही शून्य और जोड़ दिए जाएं, परिणाम शून्य ही होता है।