मुलायम की बहु अपर्णा यादव ने किया शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे का समर्थन
समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवापल सिंह यादव को राजनीतिक रूप से सक्रीय और परिवार के एक अन्य महत्पूर्ण सदस्य अपर्णा यादव का समर्थन मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बाद अब अपर्णा यादव ने चाचा शिवपाल यादव के साथ मंच साक्षा किया है। मुलायम और अपर्णा की शिवपाल के साथ मंच साझा करने के बाद उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
लखनऊ में आयोजित यह कार्यक्रम राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित किया गया था जिसमें शिवपाल यादव मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे तो वहीं अपर्णा यादव विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित की गई थीं।
एएनआइ के अनुसार इस दौरान अपर्णा यादव ने कहा कि “यहां 24 राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई थी, सब अगर एक साथ आ जाएं तो वह शक्ति बन जाएगी। शक्ति को इकट्ठा करें और इस दल को बल में बदल दीजिए। अपर्णा के अनुसार मैं चाहती हूं कि सेक्युलर मोर्चा मजबूत हो, मजबूती के साथ अपने लोकतंत्र को मजबूत करें।“
समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल सिंह ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बना लिया है और उसी का विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने मुलायम को भी मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ने को कहा है। वहीं अखिलेश ने कहा है कि चाचा की मुलाकात बीजेपी के बड़े नेता से हो चुकी है।
प्रदेश सरकार से मिला है सरकारी बंगला
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिवपाल सिंह यादव को वो सरकारी बंगला रहने के लिए दे दिया है जो कुछ समय पहले तक बसपा सुप्रीमो मायावती के पास था। मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने इस पर काफी पैसा लगाया था। 6 लालबहादुर शास्त्री मार्ग का ये बंगला काफी सुर्खियों में रहा था।
पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी बंगला खाली कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस भेजा था और बंगले खाली करा लिए गए थे। माना जा रहा है कि अखिलेश से बगावत के बाद तोहफे के तौर पर इसे सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल को सौंपा है।
भाजपा से नहीं करेंगे समझौता: शिवपाल
शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि वह समाजवाद के प्रणेता राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे और भाजपा से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करेंगे।
शिवपाल ने लोहिया की पुण्यतिथि पर लोहिया ट्रस्ट में आयोजित कार्यक्रम में कहा,‘‘हम लोहिया की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे। हम साम्प्रदायिकता से लड़ेंगे और भाजपा से हमें कोई समझौता नहीं करना है। हमारी लड़ाई भाजपा से ही है।’’