विधानसभा के बाद अब ममता की इन चुनावों पर पैनी नजर, 100 से ज्यादा का टारगेट ; क्या बीजेपी को फिर दे पाएंगी मात
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बेहतर प्रदर्शन किया है। शानदार जीत दर्ज करते हुए फिर से ममता सरकार बनाने में कामयाब रहीं। अब ममता बनर्जी की नजर नगर निकाय चुनावों पर है। शनिवार को ममता ने पार्टी के राज्य इकाई कार्यालय में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और नगर निकाय के नेताओं सहित पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं की बैठक बुलाई। कोरोना महामारी को देखते हुए ममता के अलावा कोलकाता से सटे जिले हावड़ा, हुगली, उत्तर 24-परगना और दक्षिण 24-परगना के नेता हीं फिजिकली तौर पर बैठक में शामिल हुएं जबकि दूर के जिलों के सदस्यों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुएं।
बैठक को लेकर किसी नेताओं को एजेंडे के बारे में नहीं बताया गया था। लेकिन, नगर निकाय के नेताओं को आमंत्रित करने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गईं कि नगर निकाय चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। दरअसल, महामारी की वजह से 100 से अधिक नागरिक निकायों के चुनाव एक वर्ष से अधिक समय से टले हुए हैं। अधिकांश निकायों को तत्कालीन नगरपालिका पार्षदों के प्रशासकों के बोर्ड द्वारा चलाया जा रहा हैं। दरअसल, नगरपालिका चुनाव राज्य चुनाव आयोग द्वारा आयोजित किए जाते हैं और तारीखें राज्य सरकार के परामर्श से तय की जाती हैं।
वहीं, पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को प्रमोट कर दिया है। अभिषेक बनर्जी को मिले प्रमोशन के बाद उनका कद बढ़ गया है। उन्हें पार्टी का महासचिव बना दिया गया है। अभिषेक बनर्जी की तृणमूल यूथ कांग्रेस की जिम्मेदारी पार्टी नेता और एक्टर सायोनी घोष को दे दी गई है। बैठक के बाद इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को किया है।