गोवा विस चुनाव के प्रचार अभियान में भ्रष्टाचार से मिले धन के उपयोग का कोई सबूत नहीं: 'आप' नेता
आम आदमी पार्टी (आप) की गोवा इकाई के प्रमुख अमित पालेकर ने मंगलवार को इन दावों को खारिज कर दिया कि दिल्ली की आबकारी नीति संबंधी कथित घोटाले से मिले धन का इस्तेमाल तटीय राज्य में 2022 में हुए विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की प्रचार मुहिम में किया गया था।
इन चुनावों में मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी का चेहरा रहे पालेकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि इस बात को साबित करने का कोई सबूत नहीं है कि गोवा में कोई अवैध धन भेजा गया। उन्होंने कहा कि वह और पार्टी की राज्य इकाई में उनके सहयोगी किसी भी एजेंसी की जांच के लिए तैयार हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ सबूत गढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि एजेंसी के पास अपने आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं हैं।
ईडी के अनुसार, कथित दिल्ली आबकारी घोटाले के माध्यम से प्राप्त रिश्वत का इस्तेमाल ‘आप’ ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों में किया था। उसने कथित घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित ‘आप’ के शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार किया है। केजरीवाल 28 मार्च तक एजेंसी की हिरासत में हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) अपने कार्यकर्ताओं पर लाखों रुपये खर्च कर रहे थे, लेकिन आप कार्यकर्ताओं ने उस ईमानदार राजनीति के उद्देश्य से पार्टी के लिए स्वेच्छा से मेहनत की, जिसका हम समर्थन करते हैं।’’
‘आप’ नेता ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवार किसी भी एजेंसी की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
पालेकर ने कहा कि ‘आप’ की गोवा इकाई केजरीवाल के साथ मजबूती से खड़ी है और वह उनकी पार्टी को निशाना बनाने की भाजपा की कोशिशों का मुकाबला करेगी।
लोकसभा चुनाव में दक्षिण गोवा निर्वाचन क्षेत्र के लिए भाजपा द्वारा उद्योगपति पल्लवी डेम्पो को उम्मीदवार बनाए जाने के बारे में पालेकर ने कहा कि भाजपा ने अपने वफादार कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे कई काडर हैं जो 30 साल से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें दरकिनार कर दिया गया और डेम्पो को टिकट दे दिया गया।’’ उन्होंने कहा कि वह भाजपा की प्राथमिक सदस्य भी नहीं थीं।
पालेकर ने कहा कि भाजपा ने उत्तरी गोवा सीट से केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक को टिकट दिया क्योंकि उसे एक ‘‘विशेष समुदाय’’ के वोट न मिलने का डर था। उन्होंने कहा कि भाजपा परेशान है क्योंकि उसका गोवा में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) के उम्मीदवारों से दोनों सीट पर हारना तय है। वर्ष 2019 के आम चुनाव में उत्तरी गोवा की एक सीट भाजपा ने जीती थी, जबकि दूसरी सीट कांग्रेस के खाते में गई थी।
गोवा की दो सीट के लिए लोकसभा चुनाव सात मई को होंगे और मतगणना चार जून को होगी।