शिवपाल के बहाने बेटे की सरकार पर बरसे मुलायम
उन्होंने कहा कि पार्टी में शिवपाल के साथ षडयंत्र हो रहा है। मुलायम ने यहां तक कह डाला कि यदि शिवपाल ने सरकार छोड़ी तो सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा हो जाएगी। उन्होंने यहां तक चेतावनी दी कि यदि मैं खड़ा हो गया तब सारे चापलूस भाग जाएंगे और सरकार की ऐसी-तैसी हो जाएगी।’ मुलायम के इन तेवरों के बाद अखिलेश सोमवार की शाम को उनसे मिलने पहुंच गए और माना जा रहा है कि सरकार की ओर से सफाई पेश की।
दरअसल शिवपाल का आरोप था कि सपाई पूरे प्रदेश में जमीनों पर कब्जा करने और शराब के कारोबार में लिप्त हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जब अधिकारियों को कहते हैं तो अधिकारी उनकी नहीं सुनते। ऐसे में अगर यह सब जारी रहा तो उनके सामने इस्तीफा देने के अलावा और कोई चारा नहीं बचेगा। इसी के बाद मुलायम को मैदान में उतरने के लिए बाध्य होना पड़ा। उन्होंने अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्रता दिवस का अवसर चुना। ध्वजारोहण के बाद सपाइयों को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि ईमानदारी से कोई काम नहीं कर रहा। पार्टी के जिम्मेदार लोग शिवपाल का अपमान कर रहे हैं। वह तीन बार मुझसे इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं, मगर मैंने उन्हें मना लिया। समझ नहीं पा रहा कि आखिर जिम्मेदार लोग शिवपाल के पीछे क्यों पड़े हैं। अगर वह हटे तो सरकार असहज हो जाएगी, आधे उसके साथ चले जाएंगे और आधे मेरे साथ आ जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नाराजगी चाहे जिससे हो, हमसे मत नाराज होना। यह संकल्प लेना है कि फिर सरकार बनानी है।
मुलायम ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, सावधान रहिए। हमारे समय में सपा को चार रायों में मान्यता मिली और राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया था, मगर उसके बाद महाराष्ट्र, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में एक सीट भी नहीं जीत पाए। इन्ही लोगों के चलते सपा का अस्तित्व प्रदेश के अंदर सिमट गया है।