सरकार को आर्थिक नाकामी पर घेरेगा विपक्ष, सोनिया की अगुवाई में बनेगी रणनीति
वरिष्ठ विपक्षी नेता सोमवार दोपहर को अर्थव्यवस्था में गिरावट के साथ-साथ बैंकॉक में चल रही क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी वार्ता और भारत के लिए इस समझौते के निहितार्थ चर्चा करने के लिए एक बैठक करेंगे। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का अगुवाई में होगी।
सोनिया के नेतृत्व में हो रही बैठक
18 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले होने वाली बैठक में चर्चा का नेतृत्व यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।एनसीपी प्रमुख शरद पवार सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा के साथ-साथ टीएमसी, आरजेडी, एआईयूडीएफ और डीएमके जैसे अन्य विपक्षी दिग्गजों के साथ बैठक में भाग लेने की संभावना है।
आर्थिक हालातों पर सरकार को घेरना उद्देश्य
चर्चा है कि इस बैठक में संयुक्त विपक्ष कमजोर आर्थिक हालातों पर सरकार को घेरेगी। साथ ही आरसीईपी पर हस्ताक्षर करने के भारत के फैसले पर विचार करेगा।
बैठक में संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह सरकार को घेरने लेकर बनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा होगी। कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को ‘आर्थिक मंदी, बढ़ती बेरोजगारी और खेती के संकट’ की “विफलताओं” को उजागर करने के लिए 5 से 15 नवंबर तक सड़कों पर उतरने की योजना बनाई है।
आरसीईपी को किया खारिज
आरसीईपी को खारिज करते हुए गांधी ने कहा कि यह समझौता अर्थव्यवस्था के लिए ‘गहरा झटाक’ होगा, जिसके परिणामस्वरूप किसानों, दुकानदारों और छोटे उद्यमों के लिए “अनकही कठिनाई” होगी। सोमवार की बैठक विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा बुलाई गई है।