शिवसेना का प्रहार, उरी हमले के बाद मोदी पाक को करारा जवाब नहीं दे पाए
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि पिछले दो साल से हिंदुस्तान की जो दुनियादारी जारी थी वो निर्थक साबित हुई। उरी हमले के बाद आखिर कौन सा देश हिंदुस्तान के साथ खड़ा है। शायद भारत के साथ एक भी देश नहीं दिख रहा है। मोदी सरकार के प्रति आक्रमक रुख अपनाते हुए शिवसेना ने लिखा कि कुछ देशों के जुबानी विरोध के बाद भाजपा समर्थित सोशल मीडिया इसका प्रचार करने लग गया कि कैसे मोदी जी ने पाक को अलग-थलग कर दिया लेकिन सच ये है कि रूस ने पाकिस्तान के साथ अपना सैन्य अभ्यास रद्द नहीं किया, चीन ने भी पाक को समर्थन दे दिया और इंडोनेशिया ने भी यही किया। फिर अरब देशों में जाने का फायदा क्या हुआ?
शिवसना ने 1971 के युद्ध में रूस के भारत के साथ देने पर लिखा कि उस वक्त रूस ने इंदिरा गांधी के कहने पर जंगी जहाज भेजा था लेकिन आज ऐसी दोस्ती कोई नहीं दिखाता। शिवसेना ने लिखा कि कहीं पाक को अलग-थलग करने की कोशिश में कहीं भारत ही तो तन्हा नहीं हो गया। शिवसेना ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए पूछा कि क्या यूएन में भाषण के बाद नवाज शरीफ का सीना 56 इंच फुल गया है? अगर ऐसा है तो उसके लिए नवाज की मर्दानगी नहीं बल्की हमारी दुम दिखाने की आदत जिम्मेदार है।