क्या खुद की पार्टी बनाएंगे प्रशांत किशोर? इस नए कदम का किया ऐलान, कहा- "शुरुआत बिहार से"
कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के प्लान और पार्टी में शामिल होने की अटकलों को लेकर पिछले महीने सुर्खियों में रहे प्रशांत किशोर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने बड़ा धमाका किया है। प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक ट्वीट किया, जिसमें बमुश्किल संकेत दिया गया है कि कांग्रेस पार्टी में शामिल होने और पार्टी में बदलाव के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत टूटने के बाद अब उनका अगला कदम क्या होगा? पीके ने इशारों ही इशारों में नई पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया है, “लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीति को आकार देने के प्रयास में मैंने 10 साल का उतार-चढ़ाव देखा। अब उस अध्याय को पलटता हूं, ‘रियल मास्टर्स’ यानि लोगों के पास जाने का समय, मुद्दों और जन सूराज-जनता के सुशासन के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए। बिहार से शुरुआत।”
My quest to be a meaningful participant in democracy & help shape pro-people policy led to a 10yr rollercoaster ride!
As I turn the page, time to go to the Real Masters, THE PEOPLE,to better understand the issues & the path to “जन सुराज”-Peoples Good Governance
Advertisementशुरुआत #बिहार से
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 2, 2022
पीके की इस नई घोषणा से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि वह दोबारा अपने गृह राज्य बिहार की ओर मुखातिब हो रहे है हैं, जहां उनका सियासी आधार हो सकता है। चार साल पहले उनका संक्षिप्त राजनीतिक कार्यकाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल के साथ शुरू हुआ था। तब उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था लेकिन 16 महीने बाद ही उन्होंने मतभेद के बाद पार्टी छोड़ दी थी।
पीके का यह ट्वीट कांग्रेस में शामिल होने के प्रस्ताव को खारिज करने के ऐलान के एक सप्ताह बाद आया है। पिछले संदेश में उन्होंने 2024 के आम चुनावों के लिए काम करने वाली कांग्रेस समिति के सदस्य के रूप में बोर्ड में आने के लिए कांग्रेस का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने पिछले महीने कई बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक की थी। उन्होंने कांग्रेस को फिर से खड़ा करने का प्लान भी बताया था। तब चर्चा थी कि वह खुद पार्टी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति न बन पाने की वजह से उन्होंने पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया था। अब कुछ दिन बाद ही उनके इस ऐलान ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी हैं।