पंजाब विधानसभा सत्र: डीएपी खाद के मुद्दे पर ‘आप’ विधायकों ने किया रोष मार्च, मोदी और चन्नी सरकार पर लगाए ये आरोप
चंडीगढ़, मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायकों ने प्रदेश में डीएपी खाद के गहराए संकट को लेकर केंद्र की मोदी और पंजाब की चन्नी सरकार के खिलाफ रोष मार्च किया। सत्र शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में स्थानीय सेक्टर-4 स्थित एमएलए हॉस्टल में बैठक के बाद ‘आप’ विधायकों ने पैदल ही विधानसभा की ओर कूच किया।
‘आप’ विधायकों ने हाथों में चन्नी और मोदी सरकार के खिलाफ तख्तियां और डीएपी खाद के थैले पकडकऱ ‘आप’ विधायकों ने जहां केंद्र की मोदी सरकार पर पंजाब के किसानों के साथ सौतेली मां जैसा सलूक करने के आरोप लगाए, वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अब तक का सबसे कमजोर मुख्यमंत्री करार दिया और आरोप लगाया कि चन्नी ने कुर्सी और अपनी विफलताओं के कारण केंद्र की मोदी सरकार के सामने आत्समर्पण कर दिया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि जब केंद्र की सरकार पंजाब और पंजाब के किसानों से बदले की भावना के साथ खुलेआम रंजिश निकाल रही है, तो चन्नी सरकार क्या कर रही है? चीमा ने कहा कि केंद्र की ज्यादतियों के सामने घुटने टेक कर पंजाब और पंजाब के किसानों के हितों की सुरक्षा नहीं की जा सकती। इसलिए पंजाब को एक मजबूत और स्थिर सरकार की जरूरत है, जो केवल आम आदमी पार्टी ही हो सकती है।
इस मौके पर कुलतार सिंह संधवा और अमन अरोड़ा ने कहा कि आज गेहूं की बुवाई का समय शिखर पर है लेकिन प्रदेश की सहकारी सभाओं और प्राइवेट डीलरों को अभी तक 40-42 प्रतिशत ही डीएपी खाद की सप्लाई प्राप्त हुई है। ‘आप’ विधायकों ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार पंजाब के किसानों को परेशान करने के लिए पंजाब को डीएपी खाद की सप्लाई में जानबूझ कर रूकावटें डाल रही है, जबकि पड़ोसी प्रदेशों, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पंजाब के मुकाबले दोगुनी-चौगुनी सप्लाई की जा रही है। लेकिन इतना धक्का होने के बावजूद चन्नी सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी है, इस कारण प्रदेश के किसानों में भारी निराशा है।
इस दौरान हाईकोर्ट चौक पर चंडीगढ़ पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग और पुलिस ने ‘आप’ विधायकों को रोकने की कोशिश की लेकिन ‘आप’ विधायक हाथों में तख्तियों समेत विधानसभा कांप्लेक्स के अंदर जाने में कामयाब हो गए।