शरद पवार बोले- BJP को समर्थन अजित का निजी फैसला, सुप्रिया ने वॉट्सऐप पर लिखा- पार्टी और परिवार टूटा
महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए भाजपा ने एनसीपी की मदद से सरकार बना ली। भाजपा के इस दाव से शिवसेना और कांग्रेस को बड़ा झटका लगने के बाद पवार परिवार की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले कहा है कि पार्टी और परिवार टूट गया। ये बातें उन्होंने वॉट्सऐप स्टेटस में लिखी हैं। वहीं, राज्य के सियासी उठापटक को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अजित पवार का यह निजी फैसला है और इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता था। इससे पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा। सिंघवी ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि ‘पवार जी तुस्सी ग्रेट हो’। महाराष्ट्र की राजनीति में हुए इस बड़े उलटफेर से आए सियासी भूचाल के बीच अब नेताओं की प्रतिक्रिया आनी भी शुरू हो गई है।
जानिए किस नेता ने क्या कहा-
कांग्रेस ने इस घटनाक्रम पर हैरानी जताई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने यह भी कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी को तीन दिन के भीतर बातचीत पूरी कर लेनी चाहिए थी। अभिषेक मनु सिंघवी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘महाराष्ट्र के बारे में पढ़कर हैरान हूं। पहले लगा कि यह फर्जी खबर है। निजी तौर पर बोल रहा हूं कि तीनों पार्टियों की बातचीत तीन दिन से ज्यादा नहीं चलनी चाहिए थी। यह बहुत लंबी चली। मौका दिया गया तो फायदा उठाने वालों ने इसे तुरंत लपक लिया।’ उन्होंने आगे उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा, ‘पवार जी तुस्सी ग्रेट हो। अगर यही सही है तो आश्चर्यजनक है। अभी यकीन नहीं है।’
समर्थन का फैसला एनसीपी का नहीं है- शरद पावर
वहीं, कांग्रेस के इस तंज पर शरद पवार ने भी अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा कि समर्थन का फैसला एनसीपी का नहीं है, यह अजित पवार का निजी फैसला है। हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते। उधर, पार्टी नेता सुप्रिया सुले ने वॉट्सऐप पर कहा, इससे पार्टी और परिवार में बंटवारा हो गया।
संजय निरुपम ने सोनिया गांधी से की ये अपील
महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि लोग सोच रहे होंगे कि मैं आज के घटनाक्रम से खुश होउंगा, लेकिन मैं वास्तव में बहुत दुखी हूं। इसमें कांग्रेस को अनावश्यक रूप से बदनाम किया गया। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन की सोच एक गलती थी। मैं सोनिया जी से अपील करता हूं कि वे सबसे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी को भंग करें।
ये धोखे से बनाई गई सरकार है- नवाब मलिक
चिट्ठी में हस्ताक्षर को लेकर एनसीपी का बड़ा बयान आया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमने विधायकों से हस्ताक्षर लिए थे, शपथ के लिए इसका दुरुपयोग किया गया था। गलतफहमी पैदाकर चिट्ठी सौंपी गई है। ये धोखे से बनाई गई सरकार है और विधानसभा के फ्लोर पर हारेगी। सारे विधायक हमारे साथ हैं।
रात की बैठक में अजित पवार नजरें नहीं मिला पा रहे थे- संजय राउत
अजित पवार की क्या प्रतिक्रिया है हमें नहीं पता। अंधेरे में अजित पवार ने डाका डाला। अजित पवार के मन में पाप छिपा था। कल रात की बैठक में अजित पवार नजरें नहीं मिला पा रहे थे। अजित और उनके साथियों ने महाराष्ट्र का नाम बदनाम किया।
वहीं, बीजेपी पर वार करते हुए संजय राउत ने कहा कि बीजेपी ने राजभवन की शक्तियों का दुरुपयोग किया। पैसे और ताकत का गलत इस्तेमाल किया गया है। महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा हुआ। आखिरी वक्त तक अजित पवार, शरद पवार के साथ हमारी बैठक में शामिल थे।
- कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा- ये बुहत चौंकाने वाली खबर है। नहीं समझ आ रहा कि एनसीपी ने ये यूटर्न क्यों लिया?
‘शिवसेना के चाणक्य के ट्वीट का इंतजार’
बिहार के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा- शिवसेना के चाणक्य के ट्वीट का इंतजार है। नीतीश कुमार की तरह शरद पवार भी जानते हैं कि शिवसेना आरजेडी की तरह है। ऐसी पार्टियों के साथ काम करना बहुत मुश्किल है। देवेन्द्र फडणवीस को सीएम पद की शपथ लेने की बधाई।
पीएम मोदी ने दी दोनों नेताओं को बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों नेताओं को ट्विट कर बधाई दी। पीएम ने ट्विट किया- देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने के लिए शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे।
एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर फड़नवीस ने ली शपथ
बता दें कि शनिवार की सुबह अचानक देवेंद्र फड़नवीस ने एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली वहीं एनसीपी नेता अजित पवार को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाया गया है।
सीएम पद की शपथ लेने के बाद क्या बोले फड़नवीस
सीएम पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, 'महाराष्ट्र की जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया था। हमारे साथ लड़ी शिवसेना ने उस जनादेश को नकार कर दूसरी जगह गठबंधन बनाने का प्रयास किया। महाराष्ट्र को स्थिर शासन देने की जरूरत थी। राज्य को खिचड़ी सरकार नहीं चाहिए थी। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार देने का फैसला करने के लिए अजित पवार को धन्यवाद।'
हालांकि इस बीच एनसीपी के बीजेपी के साथ आने के बाद पार्टी में टूट की भी खबर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के करीब 22 विधायक बीजेपी के संपर्क में बताए जा रहे हैं।
शुक्रवार को हुई थी तीनों दलों की बैठक
शुक्रवार की रात महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया था। हालांकि, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने को तैयार हैं लेकिन रातो रात वहां समीकरण बदल गए।
इससे पहले तीनों पार्टियों की बैठक से निकलने के बाद शरद पवार ने कहा था कि जहां तक मुख्यमंत्री की बात है, उस पर कोई दोराय नहीं है। उद्धव ठाकरे को ही सरकार को लीड करना चाहिए, लेकिन शनिवार सुबह महाराष्ट्र के राजनीति की तस्वीर बदल गई।