राजद की रैली से जदयू की गैर-मौजूदगी, महागठबंधन बेअसर
राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने रैली में जदयू के शामिल होने के मुददे पर कहा कि पटना में 27 अगस्त को होने वाली इस रैली पार्टी की रैली है और इसमें राजद के ही बैनर इस्तेमाल होंगे और इसका महागठबंधन से कोई लेना देना नहीं है। इसमें उत्तर, पूर्व, दक्षिण व पश्चिम से सभी विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया है। रैली का फैसला पार्टी अध्यक्ष लालू यादव ने लिया है।
रैली में सपा नेता अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती भी हिस्सा लेंगे। यह रैली 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में होगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी इसके लिए आमंत्रण भेजा गया है। हालाकि इससे पहले जदयू नेता श्याम रजक ने कहा था कि इसमें जदयू शामिल नहीं होगी क्योंकि यह रैली बिहार के महागठबंधन की रैली नहीं है। यह राजद की रैली है और इसमें शामिल होना जरूरी नहीं है और इससे गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि राजद व जदयू के बीच मतभेद को लेकर आए दिन खबरें आती रही हैं। हालाकि कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने खुद साफ कर दिया था कि वह रैली में शामिल नहीं होंगे। जदयू ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला लिया है। उन्होंने जीएसटी के मिडनाइट सत्र में अपने प्रतिनिधि को भेजा था जबकि कांग्रेस और राजद ने इसका बहिष्कार किया था। इसी बातों को लेकर लगातार कयासों का दौर चल रहा है। पिछले दिनों जिस तरह से भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिजनों के खिलाफ बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले को उजागर किया है उसी के विरोध में लालू ने गैर भाजपाई दलों को एक मंच पर लाकर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करने का एलान किया है।