समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की
समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को मांग की कि उत्तर प्रदेश की लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था विशेषकर उन्नाव बलात्कार प्रकरण के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सपा उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने संवाददाताओं से कहा, 'यह योगी सरकार एक दिन भी नहीं रहनी चाहिए। अनुच्छेद 356 लागू होना चाहिए और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा कि पीड़िता के पिता को बर्बरता से पीटा गया। पुलिस कैसे कह रही है कि कोई सबूत नहीं है। ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
नंदा ने दावा किया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड गयी है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढे हैं और शासन प्रशासन इसे रोकने में नाकाम रहा है।
उधर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' का नारा अर्थहीन हो गया है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी विधायक, सांसद या सरकारी अधिकारी के खिलाफ किसी पीडित महिला ने संगीन आरोप लगाया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई ठीक उसी तरह होनी चाहिए, जैसे आम आदमी के मामले में होती है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की एक युवती भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगा रही है। मामला पिछले साल 4 जून, 17 का बताया है। जब युवती की मां ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित कुछ लोगों के खिलाफ रेप की शिकायत की थी। हाल ही में जब बीते 3 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल ने मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया, तब 8 अप्रैल (रविवार) को पीड़िता ने परिवार समेत मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। 9 अप्रैल को पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। अब इस मामले में विधायक के खिलाफ एफआईआर हो गई है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। हालांकि आरोपी विधायक की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा हुआ है।