आपातकाल से भी खतरनाक है नोटबंदीः सपा
समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी को सरकार की हठबंदी करार दिया है। मोदी सरकार जोर जबरदस्ती कर जनता से उनके हक छीन रही है। नोटबंदी का फैसला आपातकाल से भी खतरनाक है।
सपा के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता आर एस यादव ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार, व्यापार की बर्बादी और राष्ट्रव्यापी बेरोजगारी में नोटबंदी का जश्न मनाना दुखद है। यह नोटबंदी की पहली सालगिरह है। नोटबंदी से गरीब बेहाल हो गए। कई लोगों की जान चली गई। लोगों को शादी ब्याह यहां तक कि अंतिम संस्कार तक के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सपा का मानना है कि मौजूदा हालात में केंद्र सरकार का नोटबंदी पर जश्न मनाना देश की जनता के साथ मजाक है। नोटबंदी को भारतीय इतिहास का काला दिवस बताते हुए सपा प्रवक्ता का कहना है कि रुपया काला या सफेद नहीं होता बल्कि लेन-देन काला-सफेद होता है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट कहती है कि जो नोट उसने जारी किए हैं उसमें से 99 फीसदी वापस आ गए हैं। आंतकी गतिविधियों को रोकने के दावों की हकीकत यह है कि कश्मीर घाटी में पहले से ज्यादा आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं। नक्सली गतिविधियां कम नहीं हुई हैं। पृथकतावादी जगह-जगह सिर उठा रहे हैं।