जदयू का शरद गुट फिर पहुंचा चुनाव आयोग, चुनाव चिह्न पर किया दावा
शरद यादव के नेतृत्व वाला जदयू गुट फिर चुनाव आयोग की चौखट पर गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पहला आवेदन दरकिनार कर दिए जाने के बाद गुरुवार को यह गुट दोबारा निर्वाचन आयोग पहुंचा और पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावा किया। शरद गुट ने आयोग से अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज जमा करने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है।
अस्वीकार नहीं दरकिनार किया गया
एनडीटीवी के मुताबिक, जदयू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा, "हमने आज फिर से निर्वाचन आयोग में पार्टी के चुनाव चिह्न के लिए आवेदन किया है। हमारा पहले का आवेदन अस्वीकार नहीं किया गया था, बल्कि उसे दरकिनार कर दिया गया था, क्योंकि उस पर शरद यादव के हस्ताक्षर नहीं थे।" श्रीवास्तव का कहना है कि बिहार के अलावा सभी राज्यों की जद (यू) इकाइयां शरद यादव के साथ हैं।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अगुअाई वाले जदयू को वास्तविक जदयू कहते हैं वहीं शरद यादव खुद के गुट को असली जदयू होने का दावा करते हैं। दरअसल, पार्टी में यह दरार तब आई, जब नीतीश कुमार ने जेडीयू-कांग्रेस-राजद महागठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ली। नीतीश के इस कदम से शरद यादव सहित जदयू के कई बड़े नेता असंतुष्ट हुए और यह खींचतान शुरू हुई।