शरद पवार बने रहेंगे NCP अध्यक्ष, वापस लिया इस्तीफा, कहा- कार्यकर्ताओं की भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता
शरद पवार ने शुक्रवार शाम को एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस ले लिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। आपके प्यार की वजह से मुझसे इस्तीफा वापस लेने की मांग और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा पारित प्रस्ताव का मैं सम्मान कर रहा हूं। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने का अपना फैसला वापस लेता हूं। इस घोषणा के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने मुंबई में वाईबी चव्हाण केंद्र के बाहर जोरदार जश्न मनाया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए शऱद पवार ने कहा "मैं अपना फैसला वापस ले रहा हूं।" उन्होंने कहा कि एनसीपी में उत्तराधिकार की योजना बनानी होगी, पार्टी में सांगठनिक बदलाव पर ध्यान देंगे। एनसीपी के लिए नए जोश के साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले राकांपा का कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी नहीं थीं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि 2 मई को मैंने एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया था। ऐसा लगा था कि मेरी कई सालों की सेवा के बाद मुझे रिटायर होना है। इसके बाद एनसीपी के कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को दुख हुआ। इस निर्णय पर दोबारा से विचार करूं। मेरे हितचिंतक और कार्यकर्ताओं व चाहने वालों ने आग्रह किया। कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए पवार ने अपने फैसले पर विचार करने के लिए दो-चार दिन का समय मांगा था। प्रेस कांफ्रेस में अजित पवार के नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीसी में हर कोई नहीं आता है। पार्टी के सभी सीनियर नेता अजीत पवार सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता प्रस्ताव पारित करने में शामिल थे।