शशिकला ने राज्यपाल को दी विधायकों की सूची, द्रमुक पनीरसेल्वम के साथ
गुरुवार को पहले पनीरसेल्वम राज्यपाल से मिलने पहुंचे। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पन्नीरसेल्वम ने मीडिया को बताया कि हमने राज्यपाल के सामने अपनी बात रखी है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि न्याय होगा। पन्नीरसेल्वम ने कहा, 'धर्म की जीत होगी।' हालांकि इससे पहले दिन में पनीरसेल्वम को तब बड़ी सफलता मिली थी जब पार्टी के सबसे बड़े नेताओं में से एक ई मदूसूदन ने अपना समर्थन उन्हें दे दिया। इससे नैतिक रूप से पनीरसेल्वम का दावा मजबूत हुआ है। यही नहीं शाम होते-होते अन्नाद्रमुक की विरोधी पार्टी द्रमुक ने भी पनीरसेल्वम का समर्थन कर दिया। इसके बावजूद अपने पार्टी विधायकों की संख्या के मामले में उनकी झोली खाली ही है क्योंकि अन्नाद्रमुक के 130 विधायक अब भी शशिकला के पक्ष में बताए जा रहे हैं जो सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या से कहीं अधिक हैं।
पनीरसेल्वम के बाद शाम 7 बजे के बाद शशिकला भी अपने समर्थकों के साथ राज्यपाल विद्यासागर राव से मिलने पहुंचीं। शशिकला ने विधायकों का समर्थन होने का हवाला देते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मिलने से पहले शशिकला जयललिता की समाधि पर पहुंचीं। वहां उन्होंने जयललिता को श्रद्धांजलि देने के बाद राजभवन का रुख किया। शशिकला के साथ पार्टी के 5 वरिष्ठ नेता भी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे।
राजभवन के पास शशिकला समर्थक भी अच्छी-खासी संख्या में मौजूद दिखे।
बीजेपी की तमिलनाडु इकाई पहले ही पन्नीरसेल्वम को अपना समर्थन दे चुकी है। तमिलनाडु बीजेपी यूनिट ने पन्नीरसेल्वम का बचाव किया और कहा कि उन्होंने 2 महीनों में बुद्धिमानी से काम किया है। बीजपी ने आरोप लगाया कि एआईएडीएमके नेतृत्व सत्ता पर काबिज होने के लिए राज्य में भ्रम फैला रहा है। तमिलनाडु बीजेपी ने शशिकला कैंप का नाम लिए बगैर यह टिप्पणी की है।